नफे सिंह हत्यकांडः कहीं ये प्रोपर्टी विवाद तो नहीं बना मौत की वजह, बेटा बोला- किसी भी गैंगस्टर से कोई विवाद नहीं

2/27/2024 12:29:34 PM

बहादुरगढ़ (प्रवीण धनखड़) : इनेलो प्रदेश अध्यक्ष नफे सिंह राठी हत्याकांड में भाजपा नेताओं के साथ-साथ अब कांग्रेस नेताओं के नाम भी सामने आने लगे हैं। नफे सिंह राठी के बेटे जितेंद्र राठी ने अपने बयान में कांग्रेस नेता संदीप राठी और बिजेंद्र राठी के साथ-साथ भाजपा से जुड़े नगर परिषद के वाइस चेयरमैन राजपाल शर्मा का नाम भी साजिश कर्ताओं में शामिल होना बताया है।  

7 लोग नामजद व 5 अन्य लोगों के खिलाफ FIR
इनेलो प्रदेश अध्यक्ष नफे सिंह राठी हत्याकांड में पुलिस ने  भाजपा के पूर्व विधायक नरेश कौशिक, पूर्व मंत्री मांगेराम के बेटे सतीश नंबरदार, पोते गौरव राठी और नगर परिषद के पूर्व अध्यक्ष कर्मवीर राठी, मौजूदा अध्यक्ष के पति रमेश राठी समेत 7 लोगों के खिलाफ नामजद और पांच अन्य लोगों के खिलाफ फिर दर्ज की थी, लेकिन अब इस मामले में कांग्रेस नेताओं के नाम भी जोड़े गए हैं।  


किसी भी गैंगस्टर से कोई विवाद नहींः जितेंद्र राठी 
नफे सिंह राठी के बेटे जितेंद्र राठी का कहना है कि उनका किसी भी गैंगस्टर से कोई विवाद नहीं है। नफे सिंह राठी हत्याकांड में लॉरेंस बिश्नोई का नाम उछालना पर जितेंद्र राठी ने कहा कि उनका ना तो किसी गैंग से किसी तरह का कोई झगड़ा है और ना ही कोई लेनदेन। हालांकि उनका यह कहना है कि यह कांट्रेक्ट किलिंग है और जिन लोगों के नाम एफआईआरमें शामिल करवाए गए हैं। उन्हीं मैं से किसी का कॉन्ट्रैक्ट किलर्स के साथ कोई पैसे का लेनदेन जरूर हुआ होगा। जितेंद्र राठी ने सभी आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने की मांग भी की है। नफे सिंह राठी के छोटे बेटे जितेंद्र राठी का कहना है कि उनका भारतीय जनता पार्टी के नेता एवं नगर परिषद के पूर्व अध्यक्ष कर्मवीर राठी, उनके बेटे कमल राठी और नगर परिषद की मौजूदा चेयरपर्सन सरोज राठी के पति रमेश राठी के साथ प्रोपर्टी विवाद चल रहा था। उन्होंने नफे सिंह राठी के प्लाट पर कब्जा किया था। वह हमारे ऊपर प्लांट छोड़ने का दबाव बना रहे थे और प्लांट नहीं छोड़ने पर जान से मरवाने को कहते थे।

पूर्व मंत्री पर भी साधा निशाना
पूर्व मंत्री मांगेराम राठी के परिवार पर भी जितेंद्र राठी ने निशाना साधा है। जितेंद्र राठी का कहना है कि पूर्व मंत्री मांगेराम के पोते गौरव राठी और बेटे सतीश राठी के साथ-साथ नगर परिषद की मौजूदा चेयरपर्सन के प्रति रमेश राठी ने यूपी में नफे सिंह राठी पर झूठा मुकदमा दर्ज करवाया था। उनका कहना है कि झूठे मुकदमों के खिलाफ आज हाई कोर्ट में नफे सिंह को साक्ष्य पेश करने थे। लेकिन उससे पहले ही उनकी हत्या हो गई।


हत्याकांड के करीब 50 घंटे बाद पुलिस के हाथ खाली 
नफे सिंह राठी हत्याकांड के करीब 50 घंटे बीत जाने के बावजूद भी पुलिस अब तक हमलावरों का सुराग नहीं लगा पाई है। पुलिस ने अभी तक एफआईआरमें शामिल लोगों को गिरफ्तार भी नहीं किया है। हालांकि सूत्रों की माने तो पुलिस ने कुछ लोगों को राउंडअप जरूर किया है। जिनसे पूछताछ भी की जा रही है। ऐसे में अब देखना होगा कि पुलिस आखिर कब तक नफे सिंह राठी कि हत्यारे को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल कर पाती है और हत्या के पीछे के मुख्य साजिशकर्ता को कब तक बेनकाब कर पाती है।
 

Content Writer

Isha