सिखों ने कहा- 'नानक शाह फकीर' फिल्म रिलीज हुई तो होगा उग्र विरोध, सरकार होगी जिम्मेदार(video)

4/12/2018 5:29:27 PM

फरीदाबाद(देवेंद्र कौशिक): इतिहास पर बनाई गई फिल्म 'पद्मावत' के बाद अब सिख गुरु नानक देव पर बनाई गई 'नानक शाह फकीर फिल्म का विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया है। 13 अप्रैल बैसाखी के दिन रिलीज होने वाली फिल्म के विरोध में हरियाणा के फरीदाबाद, सिरसा, यमुनानगर, करनाल सहित कई जिलों में सिख लोगों द्वारा विरोध किया गया। फिल्म पर प्रतिबंध लगाने के लिए लोग सड़कों पर उतर आए अौर इस परको बेन किए जाने की मांग की। सिखों ने चेतावनी दी कि फिल्म रिलीज हुई तो देश में विरोध का उग्र रुप दिखेगा अौर इसकी जिम्मेदार सरकार की होगी। 
 
फिल्म के विरोध में फरीदाबाद सेक्टर 12 लघु सचिवालय पर पहुंचे सैकडों सिख समुदाय के लोगों ने जमकर नारेबाजी की और फिल्म पर प्रतिबंध लगाने के लिए राष्ट्रपति के नाम जिला उपायुक्त कार्यालय मे ज्ञापन सौंपा। सिख समुदाय के लोगों की माने तो सरकार की सोची समझी साजिश के तहत उनकी भावनाओं के साथ खिलवाड़ करने के लिए ये फिल्म बनवाई गई है और अब इसे सुरक्षा प्रदान करके सरकार हॉल पर चलवाना भी चाहती है। सिख समुदाय ऐसा नहीं होने देगा क्योंकि गुरु नानक देव पूरे समुदाय के गुरु हैं और उनके धर्म में गुरुओं का चित्रण नहीं किया जाता है। उनका कहना है कि कोई आम अभिनेता गुरु का चोला नहीं पहन सकता है,यह उनके धर्म के विरुद्ध है। जिसका वह पुरजोर विरोध करते हैं। 

सिरसा(सतनाम सिंह):
'नानक शाह फकीर' फिल्म पर बैन की मांग को लेकर सिरसा में सिख समुदाय के लोग सड़कों पर उतरे और विरोध प्रदर्शन किया। सिख समुदाय के लोगों ने अतिरिक्त उपायुक्त मुनीश नागपाल को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। सिख समुदाय के लोगों ने कहा कि 'नानक शाह फकीर' फिल्म सिख सिद्घातों के खिलाफ है। इस फिल्म को लेकर सिखों में रोष है। उनकी मांग है कि फिल्म को रिलीज न किया जाए। उन्होंने कहा कि आज तो शांतिपूर्वक तरीके से रोष प्रदर्शन किया गया अगर ये फिल्म रिलीज होती है तो माहौल खराब हो सकता है। 

यमुनानगर(सुमित अोबरॉय):
विवादित फिल्म 'नानक शाह फकीर' को लेकर रोष लगातार गहराता जा रहा है। आज यमुनानगर में भी सिख समाज ने इस फिल्म को बैन करने की मांग को लेकर विशाल रोष मार्च निकाला। सिख समाज ने रोष मार्च के दौरान नेहरूपार्क के बाहर उपवास पर बैठे अम्बाला लोकसभा से सांसद रत्नलाल कटारिया को इस फिल्म को बैन करने के लिए एक ज्ञापन दिया। ज्ञापन देकर जैसे ही वे वहां से चले इसी बीच प्रदर्शन कर रहे कुछ लोगों ने खालिस्तान जिंदाबाद और हिन्दू सरकार मुर्दाबाद के नारे लगाए। लेकिन सिख नेता से जब इन नारों के बारे में पूछा गया तो उनका कहना था कि हो सकता है कुछ शरारती तत्वों ने ऐसा किया हो पर उनकी जानकारी में नहीं है।

करनाल(विकास मेहला):
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद भी करनाल में सिख समुदाय द्वारा 'नानक शाह फिल्म' का विरोध किया गया। इस फिल्म को न लगाने को लेकर आज एसजीपीसी और सिख समुदाय के लोग इकट्ठा होकर करनाल सुपर मॉल प्रबंधक से मिले और उनसे गुजारिश की वह इसको अपने सिनेमाघरों पर ना लगाए । जिस पर मॉल प्रबंधक ने फिल्म न चलाने का उन्हें आश्वासन दिया है।

उल्लेखनीय है कि फिल्म 'नानक शाह फकीर' गुरु नानक देव जी की जीवनी पर बनाई गई है। जिसको लेकर सिख समुदाय के लोगों का कहना है की ऐसी फिल्में बननी ही नहीं चाहिए क्योंकि इस फिल्म में जिन लोगों का रोल है वह बिलकुल गलत है। हालांकि सुप्रीम कोर्ट द्वारा इस फिल्म को हरी झंडी दे दी गई है लेकिन सिख समुदाय के लोग और एसजीपीसी इस फिल्म की रोक को लेकर लगातार इसका विरोध करने में लगे हुए हैं। वहीं सिख समुदाय के लोगों का कहना है की अगर यह फिल्म कल रिलीज होती है तो इससे आपसी भाई चारा खराब हो सकता है।

Nisha Bhardwaj