नोटबंदी से मोदी साबित हुए भारत के तानाशाह : सुर्जेवाला

11/9/2017 12:11:17 PM

हिसार(संजय अरोड़ा):8 नवम्बर का दिन विश्व के ऐतिहासिक पन्नों में जहां वर्ष 1895 में एक्स-रे की खोज के लिए जाना जाता है तो वहीं देश की मौजूदा केंद्र सरकार ने भी आज ही के दिन वर्ष 2016 में एक ऐसा कदम उठाया जिसे कांग्रेस सहित तमाम विपक्षी दल कालादिवस मना रहे हैं। बेशक मोदी सरकार नोटबंदी के फैसले को ऐतिहासिक बता रही है मगर कांग्रेस ने इसे देश के लिए सबसे खतरनाक कदम करार दिया। इस सिलसिले में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी रणदीप सिंह सुर्जेवाला ने कहा है कि आज नोटबंदी की पहली बरसी है और साथ ही उन 150 भारतीय निर्दोष नागरिकों की जो बैंकों की लाइनों में खड़े होकर मौत के शिकार हो गए।

उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को तुगलकी फरमान सुनाने वाले व तानाशाह शासक के रूप में परिभाषित करते हुए तंज कसा कि देश की स्थिति भले ही कुछ भी हो मगर बादशाह सलामत रहे। सुर्जेवाला ने कहा कि दिल्ली की सल्तनत का नोटबंदी का फरमान पहला और नया नहीं है। 14वीं सदी के शासक मोहम्मद बिन तुगलक ने नोटबंदी का फरमान जारी कर मूल मुद्रा की जगह टंक-ए-सियाह अर्थात काले सिक्के चलाकर बर्बादी फैलाई थी। उन्होंने कहा कि ऐसा ही तुगलकी आदेश 8 नवम्बर 2016 को आज के तानाशाह बादशाह के द्वारा जारी कर एक साल पहले देश को बर्बाद किया गया। अब एक वर्ष बीत गया है, पर सूट-बूट वाले बादशाह द्वारा लगाई गई आग को जनता आज भी अपने आंसुओं से बुझा रही है। न खाऊंगा और न खाने दूंगा कहने वाले नोटबंदी के नाम पर इस देश की अर्थव्यवस्था और आय को ही खा गए और अब जश्न मना रहे हैं।

नोटबंदी की पहली बरसी पर लुटेरे लूट का उत्सव मना रहे हैं और आम देशवासी रोजगार और रोटी खोने का अफसोस। पूर्व मंत्री रणदीप सिंह ने कहा कि 70 साल के इतिहास में पहली बार किसी शासक ने 130 करोड़ लोगों को अपराधी घोषित कर दिया। क्या हर वह गृहिणी जिसके पास परिवार की मुसीबत के लिए थोड़ा-सा पैसा बचत किया गया था, हर वह व्यक्ति जो रोजमर्रा की जिंदगी के चलन में नकद पैसे का इस्तेमाल करता है, क्या नकद पैसे का इस्तेमाल करने वाला हर दुकानदार, दिहाड़ीदार, लघु और छोटा व्यवसायी ये सब अपराधी हैं। क्योंकि पी.एम. मोदी ने तो नकद पैसे का लेन-देन करने वाले इस देश के 130 करोड़ लोगों को एक निर्णय से ही अपराधी घोषित कर डाला।

नोटबंदी के साल होने पर कांग्रेस ने पूछे सवाल
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रणदीप सिंह सुर्जेवाला ने कहा कि नोटबंदी के दौरान 50 दिन की मोहलत मांगने वाले देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का इस बात का जवाब देंगे कि नोटबंदी के एक साल में आखिर कितनी स्थिति सुधरी। चूंकि कहा तो यह था कि कालाधन पकड़ेंगे, फर्जी नोट पकड़ेंगे, फिर जनता से कहा कि नकसलवाद व उग्रवाद रोकेंगे पर 99 प्रतिशत पैसा तो वापस आ गया फिर कहां गया कालाधन। कहां गए फर्जी नोट और क्या उग्रवाद व नक्सलवाद रुका और अगर नहीं तो नोटबंदी क्यों लागू की गई। 

इसके साथ ही रणदीप सुर्जेवाला ने अन्य सवाल पूछा है कि देश की अर्थव्यवस्था को 3 लाख करोड़ का नुक्सान हुआ, जी.डी.पी. 2 प्रतिशत कम हुई, उद्योग-धंधे चौपट हो गए। संगठित क्षेत्र में 15 लाख और असंगठित क्षेत्र में 3 करोड़ 72 लाख रोजगार चले गए। क्या अर्थव्यवस्था को चोट पहुंचाते हुए रोजी-रोटी छीनकर पी.एम. मोदी राष्ट्र निर्माण कर रहे हैं। मंत्रिमंडल को 4 घंटे कमरे में नजरबंद कर दिया गया। उन्होंने कहा कि नोटबंदी से ठीक पहले सितम्बर 2016 में 5,88,600 करोड़ रुपया अतिरिक्त बैंकों में जमा हुआ। इसमें से 3 लाख करोड़ रुपए 1 सितम्बर और 15 सितम्बर 2016 के बीच में फिक्सड डिपोजिट के तौर पर जमा हुए। यह किसका पैसा था कहां से आया और कहां चला गया? आज तक एक वर्ष बीत जाने के बाद किसी को मालूम नहीं।

किए की मिलेगी सजा
कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुर्जेवाला ने कहा कि  हिमाचल और गुजरात  में होने वाले विधानसभा चुनावों में भाजपा को किए की सजा मिलेगी। हिमाचल और गुजरात दोनों राज्यों में कांग्रेस सरकार बनाएगी क्योंकि अहंकार कभी भी किसी का भी जिंदा नहीं रहा।