नशेड़ी बाप ने अपने 17 साल के बेटे को गले में चाकू घोंपकर उतारा मौत के घाट

8/2/2018 2:43:08 PM

अंबाला(अमन कपूर):  अंबाला के जग्गी कॉलोनी इलाके में नशेड़ी बाप ने अपने 17 साल के बेटे की गले में चाकू घोंप हत्या कर दी। बेटे का कसूर सिर्फ़ इतना था कि वो अपने पिता से अपनी मां को पीटने से बचा रहा था। मृतक युवक की बहन ने बताया कि उसका पिता उसकी मां के चरित्र पर शक करता था। वो अक्सर रिश्तेदारों के बहकावे में आकर उसकी मां से मारपीट करता था। आरोपी के खिलाफ पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर लिया है लेकिन आरोपी वारदात के बाद से फरार बताया जा रहा है। 

बताया जा रहा है कि जोरावर सिंह कुछ समय पहले ही नशा तस्करी के मामले में जेल से 5 साल की सजा पूरी करके बाहर आया था। बीती देर रात आरोपी ने अपनी पत्नी कुलविन्द्र कौर को पीटना शुरू कर दिया। अपनी मां के चिल्लाने की आवाज दूसरे कमरे में पढाई कर रहे नवजोत ने सुनी तो वो मां को बचाने के लिए बीच में आ गया।

उसने मां को बाहर जाकर मदद के लिए आसपास के लोगों को बुलाने के लिए कहा उसे यकीन था कि उसका पिता उसे कभी चाकू नही मारेगा। लेकिन नशे में सब कुछ भूल बैठे आरोपी जोरावर सिंह ने अपने 17 साल के बेटे की गर्दन में 2 बार चाकू घुसा दिया।  जिसके कारण ज्यादा खून बह गया और नवजोत ने दम तोड़ दिया। नवजोत की बहन की माने तो उसका पिता रिश्तेदारों के बहकावे में आकर उसकी मां के चरित्र पर शक करता था। 

नवजोत की मौत से उसकी बहन सदमे में है। क्यूंकि उसे भी नही पता था कि उसका पिता उसके इकलौते भाई को मौत के घाट उतार देगा। नवजोत की बहन का रो-रोकर बुरा हाल है। वो बार-बार अपने भाई से राखी बंधवाने की जिद्द कर रही है। जिसके बाद से परिजन काफी गुस्से में है और आरोपी की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि यदि आरोपी को गिरफ्तार नही किया गया तो वे रोड़ जाम करेंगे और तब तक शव का दाह संस्कार नही करेंगे। 

नवजोत 11वीं कक्षा में पढ़ता था और छुट्टियों में पार्ट टाइम काम कर अपना घर भी चला रहा था। लेकिन यह बात न तो पिता को अच्छी लगती थी और ना रिश्तेदारों को। वो अक्सर जोरावर सिंह को भड़काते थे जिसके कारण अक्सर घर में कलह रहता था। फिलहाल पुलिस ने आरोपी जोरावर के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया है। बताया जा रहा है कि वारदात के तुरंत बाद से आरोपी अपना सामान लेकर घर से फरार हो गया। अब पुलिस आरोपी को काबू करने में जुटी है। 

Rakhi Yadav