दूध बेचकर बनी नेशनल खिलाड़ी, 6 साल की उम्र में हो गई थी पिता की मौत
6/5/2019 5:33:05 PM
कैथल (सुखविंद्रर सैनी): हरियाणा में अगर लड़कियों के खेलों की बात आती है तो सबसे पहले कुश्ती सभी के दिमाग में आती है। लेकिन हरियाणा आशा सैनी जूडो व कुरास दो खेल खेलती है क्योंकि दोनों ही खेलों की ड्रेस और मापदंड एक जैसे ही होते हैं इसलिए वह दोनों खेलों में अपनी रुचि बनाए हुए हैं। आशा सैनी जूडो में कई बार राष्ट्रीय स्तर पर खेल चुकी है और हरियाणा का प्रतिनिधित्व कर चुकी है। जिसमें उसने स्कूली स्तर पर कई राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त कर चुकी है।
आशा सैनी के पिताजी की मृत्यु हुई जब वह मात्र 6 वर्ष की आयु में थी। जो उसके लिए और उसके परिवार के लिए दुखद घड़ी थी और परिवार गुजारा चलाना बहुत मुश्किल हो गया था। आशा के सामने खेलते हुए एक समस्या यह थी कि वह एक गरीब परिवार से संबंध रखती थी। बता दें कि परिवार में कमाने वाला कोई नहीं था उसने अपने खेल को सुचारू रूप से जारी रखने के लिए एक भैंस रखी हुई है। जिसका दूध बेचकर वह पैसे कमाती है और उन पैसों से वह अपने खेल को आगे बढ़ाने के लिए एक गति देती है।
आशा ने बताया कि सरकार द्वारा उन्हें कोई भी सहायता नहीं मिली, यहां तक का सफर खुद तय किया है! अगर सरकार उनकी आर्थिक मदद करती है तो वह अपने जिले व प्रदेश और देश का नाम विश्व के पटल पर चमकाने का काम करेंगी। वहीं आशा की माता ने बताया कि आशा को खेलने में बहुत ज्यादा रुचि है तभी उसको खेलों में डाल रखा है कई बार समस्या आती है क्योंकि परिवार में कमाने वाला कोई नहीं है और पैसों की समस्या सबसे ज्यादा रहती है।