किसानों की फसलों पर कुदरत का कहर, 2 डिग्री सैल्सियस पर पहुंचा जिले का तापमान

12/30/2019 10:19:59 AM

भिवानी (ब्यूरो) : जिले में लगातार पड़ रही ठंड ने लोगों के हाड़ कम्पा दिए हैं। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि रविवार को जिले का न्यूनतम तापमान 2 तो अधिकतम तापमान 12 डिग्री सैल्सियस दर्ज किया गया। दूसरी ओर जिले में लगातार पड़ रही इस कड़ाके की ठंड से सब्जियों की फसलों में नुक्सान होना शुरू हो गया है। वहीं, अगर यह ठंड और ज्यादा दिन पड़ी तो इससे फसलों को भी नुक्सान होने का अंदेशा है।

यहां बता दें कि पिछले एक सप्ताह से जिले में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार यह ठंड पहाड़ों पर जमी बर्फबारी के चलते अपना प्रचंड रूप दिखा रही है। इस ठंड के चलते अब जिले के लोगों का जीवन अस्त व्यस्त होने लगा है। इसका कारण यह है कि जिले में पिछले एक सप्ताह से सुबह से लेकर दोपहर तक और बाद में रात को 7 बजे से ही धुंध भी गिर रही है। हालांकि दोपहर के समय कुछ देर के लिए सूर्यदेव दर्शन दे रहे हैं लेकिन कुछ देर बाद जिले के आसमान पर फिर धुंध जैसे बादल छा जाते हैं। 

लगातार 9 वें दिन शीत लहर का प्रकोप जारी
चांग (राजा): लगातार कोहरे व शीतलहर के प्रकोप के चलते रविवार को फिर कोहरे ने वातावरण को अपने आगोश में ले लिया, जिस कारण सारा दिन कड़ाके की सर्दी बनी रही। जिस कारण कड़ाके की ठंड ने लोगों को ठिठुरने पर मजबूर कर दिया। रविवार की सुबह लोग बिस्तरों से उठे तो उन्हें फिर एक दिन के बाद एक बार फिर घने कोहरे से रू-ब-रू होना पड़ा, जिसके साथ तेज शीत लहरों के प्रकोप ने तो अलाव का असर भी कम कर दिया।

शीत लहरों व कोहरे के कारण रविवार को दिन पिछले दिनों की अपेक्षाकृत काफी ठंडा रहा। ठंड बढऩे से अधिकतर लोग घरों में कैद होकर रह गए, जिससे आम आदमी का जीवन रुक सा गया। मौसम की यह पहली कड़ाके की ठंड मानी जा रही है। यह अनुमान लगाया जा रहा है कि आने वाले दिनों में और भी अधिक ठंड पडेगी। पहाड़ी क्षेत्रों में हो रही बर्फबारी व गिरते पारे से प्रतिदिन पारा गिरता जा रहा है। ठंड जहां गेहूं की खेती के लिए वरदान साबित हो रही है वहीं झुग्गी-झोंपड़ी में रहने वाले लोगों के लिए बढ़ती ठंड अभिशाप साबित हो रही है। 

दिनेश प्रधान कलिंगा, मेहता पवन नम्बरदार, देवेन्द्र कालड़ा ने बताया कि बढ़ती ठंड के कारण बच्चे और बुजुर्ग बीमार पडऩे लगे हैं। ज्यादातर लोग अपने घरों में अलाव जलाकर व हीटर आदि उपकरणों का प्रयोग करके अपने आप को ठंड से बचाने का प्रयास करते रहे। सड़कों और बाजारों में भी मोटरसाइकिल और अन्य दोपहिया वाहन न के बराबर चलते दिखाई।लगातार 9 वें दिन रविवार को एक बार फिर लोगों को सुबह घने कोहरे व धुंध का सामना करना पड़ा। 

दोपहर करीब 1 बजे सूर्य निकलने के बाद धूप का असर भी ठिठुरन को कम नहीं कर सका। सूर्य देव की आंख मिचौली से वातावरण में ठिठुरन बनी रही। शाम होते होते एक बार फिर वातावरण ठंड की चपेट में आ गया और ठिठुरन से बचाव के लिए लोगों को अलाव का सहारा लेते देखा गया।
 

Isha