1952 में नौगामा, 1987 में कंडेला खाप का बजा था डंका

1/19/2019 9:47:11 AM

जींद (जसमेर मलिक): खाप पंचायतों को लेकर आज मीडिया का एक वर्ग और अदालत जो भी नजरिया रखती हो लेकिन खाप पंचायतों के चुनाव में असर को कम से कम जींद विधानसभा क्षेत्र में नकारा नहीं जा सकता। 1952 में जब जींद विधानसभा सीट पर पहला चुनाव हुआ था, तब यहां से कांग्रेस उम्मीदवार चौधरी दल सिंह की जीत में नौगामा खाप की अहम भूमिका रही थी। बाद में 1987 में चौधरी देवीलाल की आंधी के समय कंडेला खाप ने लोकदल के प्रो. परमानंद की जीत में अहम भूमिका निभाई थी। खापों के इस असर को जींद उपचुनाव में भी मान्यता मिल रही है। 

1952 में कांग्रेस ने चौधरी दल सिंह को जींद से अपना उम्मीदवार बनाया था। चौधरी दल सिंह रामराय गांव के थे जो नौगामा खाप में है। नौगामा खाप के 9 से ज्यादा गांव हैं। चौधरी दल सिंह ने कांग्रेस से टिकट मिलने के बाद अपनी नौगामा खाप से समर्थन मांगा था। इस मसले पर तब नौगामा खाप के जलालपुर कलां गांव में नौगामा खाप की अहम बैठक हुई थी। इसमें जलालपुर कलां के तत्कालीन सरपंच केवल सिंह ने खाप की तरफ से चौधरी दल सिंह को समर्थन दिया था।

Deepak Paul