देश की सीमाओं की रक्षा ही नहीं, खेलों में भी सफलता का झंडा गाड़ रहा फौजी नवीन कुमार पूनिया

9/11/2020 7:36:40 PM

सिवानी मंडी (पोपली): लाडवा गांव के गरीब परिवार में जन्मे नवीन पूनिया न केवल खेलों में अपने क्षेत्र व देश का नाम रोशन तो कर ही रहे हैं वहीं दूसरी ओर भारतीय सेना में हवलदार के पद पर कार्यरत पूनिया देश की सीमाओं की रक्षा भी कर रहे हैं। बचपन में स्पोट्र्स शूज नहीं होने के बावजूद भी नवीन ने प्रैक्टिस स्टार्ट रखी और लगातार खेलने जाते रहे।

2006 में पहली बार अंडर 17 में नवीन ने स्कूल नैशनल खेला और सफर जारी रखते हुए 2007 में जूनियरनैशनल में कांस्य पदक प्राप्त किया 2008 में ऑल इंडिया में सिल्वर पदक केयूके यूनिवर्सिटी की ओर से खेलते हुए जीता, मगर नवीन कहां रुकने वाले थे। 2009 में ऑल इंडिया को भारतीय सेना में 2010 में नौकरी मिल गई और 2012 में पहली बार भारतीय आर्मी की रेड टीम का हिस्सा बने और टीम को गोल्ड मेडल दिलाया। 

2012 में लेशन्स में मध्यप्रदेश की ओर से खेलते हुए उस टीम का प्रतिनिधित्व किया। 2013 में फेडरेशन कप में सिल्वर मेडल, 2014 में सीनियर नैशनल में ब्रोंज मैडल, 2015 में सीनियर नेशनल में गोल्ड मेडल, 2016 में सिल्वर और 2018 में फिर ब्रोंज मैडल जीता। इसी दौरान 2018 में नवीन पूनिया पहली बार इंडियन टीम का हिस्सा बने। 18वीं एशियन गेम इंडोनेशिया में खेलते हुए नवीन पूनिया ने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया और इसी गेम के दौरान इंडिया की तरफ से मैच खेलते हुए नवीन ने आखिर के 10 सेकंड में गोल किया और भारत के हिस्से में जीत दिलाई। हाल ही में हुए साऊथ एशियन गेम में भारत के लिए रजत पदक जीता। नवीन का सपना 2022 में होने वाला एशियन गेम में भारतीय टीम को स्वर्ण पदक दिलाना है।

Shivam