शहीद नवीन का राजकीय सम्मान से हुआ अंतिम संस्कार, नौसेना बेस पर दुर्घटना में हुआ था देहांत

12/30/2018 1:08:09 AM

चरखी दादरी(अशोक): जिले के गांव चांगरोड के जांबाज नौसेवा अधिकारी नवीन शर्मा पंचतत्व में लीन हो गए। केरल के कोच्चि में ड्यूटी के दौरान एयरक्राफ्ट हैंगर का गेट टूटकर गिरने से नवीन की शहादत हुई। शहीद के शव को गांव में उनके घर पर अंतिम संस्कार के लिए ले जाया गया जहां सैनिक सम्मान के साथ उसे अंतिम विदाई दी गई। शहीद के भाई प्रवीण ने पार्थिव शरीर को मुखाग्नि दी। पूरा वातावरण शहीद नवीन अमर रहे के नारों से गुंजायमान हो गया। शहीद को अंतिम विदाई के दौरान सरकार की ओर व भाजपा पार्टी की ओर से कोई नहीं पहुंचा।



गत 27 दिसंबर को नौसेना में जेसीओ के पद पर तैनात गांव चांगरोड निवासी नवीन शर्मा अपने एक अन्य साथी के साथ केरल के कोच्चि में नौसेना बेस पर ही तैनात था। इसी दौरान एयरक्राफ्ट हैंगर का गेट टूटकर गिरने से दोनों नौसैनिक घायल हो गए। जिन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी मौत हो गई। घटना के बाद जवान के पार्थिव शरीर को हवाई जहाज से दिल्ली लाया गया। दिल्ली से आज सुबह नवीन का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव चांगरोड लाया गया।



जैसे ही नवीन का पार्थिव शरीर गांव में पहुंचा तो ग्रामीण, आसपास के लोगो सहित विभिन्न पार्टियों के नेताओं ने पहुंचकर पुष्प अर्पित किए। आर्मी व हरियाणा पुलिस के जवानों ने उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर देते हुए सैन्य धुन बजाई और सम्मान में कई राउंड हवाई फायरिंग की। मौके पर जवान के पार्थिव शरीर को देखने लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। सभी ने नम आंखों से नवीन अमर रहे के नारों के साथ शहीद जवान को अंतिम विदाई दी। 



पूर्व मंत्री व कांग्रेसी नेता सतपाल सांगवान ने कहा कि नवीन शर्मा की शहादत पर समूचे राष्ट्र को गर्व है। शहीद हमारे देश की धरोहर हैं जिनको कभी बुलाया नहीं जा सकता। इस दुख की घड़ी में सरकार की ओर से कोई नहीं पहुंचा शहीदों के साथ भेदभाव दर्शाता है।

शहीद की पत्नी आरती का कहना है कि उसके पति नवीन ने देश के लिए शहादत दी है। उसकी शहादत पर सरकार की ओर से पूरा मान-सम्मान मिलना चाहिए और उसे सरकारी नौकरी सहित बेटी के पढ़ाई-लिखाई व लालन-पोषण के लिए सरकार को कुछ करना चाहिए।

हरियाणा का जवान कोच्चि में हुआ शहीद, नेवी में था तैनात

वहीं शहीद की माता लक्ष्मी देवी ने कहा कि देश के लिए शहादत देने वाला उसकी कोख से पैदा हुआ है, यह उसके लिए ही नहीं बल्कि पूरे देश के लिए गर्व की बात है। सरकार को पूरा सम्मान देने के साथ-साथ गांव में स्मारक बनें ताकि नई पीढ़ी प्रेरणा ले सके।

Deepak Paul