Haryana: इस देवी के नाम से पड़ा अंबाला का नाम, जानिए इनसे जुड़ी मान्यता...
punjabkesari.in Monday, Sep 22, 2025 - 11:59 AM (IST)

डेस्कः आज से शारदीय नवरात्रि का शुभारंभ हो गया है। नवरात्रि के पहले दिन से ही श्रद्धालु मां दुर्गा की पूजा-अर्चना में लग गए हैं। शारदीय नवरात्रि 1 अक्टूबर तक चलेंगे और 2 अक्टूबर को विजयादशमी के साथ उनका समापन होगा। अंबाला के ऐतिहासिक मां अंबिका देवी मंदिर में भी आज भक्तों की भारी भीड़ देखने को मिली। भक्तजन नारियल, फूल, हार और प्रसाद चढ़ाकर माता रानी की विधिवत पूजा-अर्चना कर रहे हैं। ऐसा माना जाता है कि अंबाला का नाम भी मां अंबिका देवी के नाम पर पड़ा है।
मंदिर में माता अंबिका देवी की पिंडी प्रकट हुई थी, जिसके बाद से यहां पिंडी स्वरूप मां अंबिका देवी की पूजा-अर्चना की जाती है। यह मंदिर कई वर्षों पुराना है और दूर-दूर से श्रद्धालु माथा टेकने के लिए आते हैं। पंडित जतिन ने बताया कि इस मंदिर में मां अंबिका देवी की पिंडी स्वरूप पूजा की जाती है और अंबाला का नाम भी मां अंबिका देवी के नाम से ही रखा गया है। उन्होंने बताया कि भक्तजन अपनी मनोकामनाएं लेकर यहां आते हैं और मां से उन्हें पूर्ण करवाने की प्रार्थना करते हैं।
मंदिर में आए श्रद्धालु राजेंद्र बंसल ने बताया कि वे बचपन से इस मंदिर में माथा टेकने आते हैं। उनके पूर्वजों की भी इस मंदिर से गहरी आस्था जुड़ी हुई है। उन्होंने कहा कि अंबाला का नाम मां अंबिका देवी के नाम पर ही पड़ा है। नवरात्रि के शुभ अवसर पर मंदिर को सुंदर फूलों से सजाया गया है।
श्रद्धालु सुनीता देवी ने बताया कि नवरात्रि के पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा की जाती है। वह हर नवरात्रि में इस मंदिर में आती हैं और मानती हैं कि यहां हर मनोकामना पूरी होती है। श्रद्धालुओं ने बताया कि मंदिर को आज खूब सजाया गया है और वे आगामी 9 दिनों तक माता रानी की पूजा-आराधना श्रद्धा और भक्ति से करते रहेंगे।