नूंह मेवात में कॉन्ट्रेक्ट आधार पर होगी जेबीटी अध्यापकों की नियुक्ति

2/23/2018 1:45:08 PM

नूंह मेवात(एके बघेल): नूंह मेवात जिले में अध्यापकों  की कमी को पूरा करने के लिए शिक्षा विभाग ने नया तरीका खोज लिया है। जेबीटी अध्यापकों की सूची में लॉ मैरिट के चलते स्थान नहीं बना पाने वाले अध्यापकों को कॉन्ट्रेक्ट आधार पर नियुक्त किया जा रहा है। इससे स्कूलों में स्टाफ की कमी ही दूर नहीं होगी बल्कि सैकड़ों जेबीटी अध्यापकों को रोजगार भी उपलब्ध होगा।

जानकारी के मुताबिक शिक्षा विभाग ने नूंह मेवात जिले को करीब 428 अध्यापकों  की नियुक्ति  करने के आदेश दिए हैं। जेबीटी अध्यापकों के 501 पद जिले में रिक्त हैं।  शिक्षा विभाग नूंह ने तक़रीबन 273 अध्यापकों को नियुक्ति दे दी। अभी भी नियुक्ति  पाने वाले अध्यापकों का आने का सिलसिला जारी है। आशंका जताई जा रही है कि  प्राइमरी स्तर तक के सभी स्कूलों में काफी हद तक अध्यापकों की पूर्ति कर दी जाएगी। इससे शिक्षा पर भी खासा असर पड़ेगा। ड्रापआउट रोकने से लेकर बच्चों की शिक्षा की नींव को भी अध्यापकों  की नियुक्ति से बल मिलेगा।

नूंह मेवात शिक्षा के मामले में सूबे का सबसे फिसड्डी जिला है। अध्यापकों  की भारी कमी शिक्षा व्यवस्था के प्रचार - प्रसार में बाधा बनी हुई थी, लेकिन कॉन्ट्रेक्ट आधार पर की जा रही जेबीटी टीचरों की भर्ती से अभिभावकों से लेकर शिक्षा विभाग नूंह को भी राहत की सांस मिलने से इंकार नहीं किया जा सकता। पिछले कई दिनों से लघु सचिवालय नूंह स्थित शिक्षा विभाग के कार्यालय से लेकर अल आफिया सामान्य अस्पताल मांडीखेड़ा में इन दिनों नियुक्ति पाने वाले अध्यापक- अध्यापिकाओं की भारी भीड़ देखने को मिल रही है। देर से ही सही मेवात जिले की शिक्षा व्यवस्था को लेकर सरकार और विभाग गंभीर नजर दिखाई देने लगे हैं। 

खास बात यह है कि नूंह मेवात जिले में प्राइमरी - मिडिल स्कूलों में स्टाफ की स्थिति बेहद चिंताजनक कई वर्षों से बनी हुई थी। यही वजह थी कि शिक्षा विभाग के साथ - साथ कई बार इलाके के लोगों को भी परीक्षा परिणामों में मायूसी हाथ लगती थी। गुरुवार को डीईओ दिनेश शास्त्री, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी अनूप सिंह जाखड़ के अलावा कई खंड शिक्षा अधिकारियों की मौजूदगी में नियुक्ति पत्र दिए गए। नियुक्ति पाने वालों में महिला टीचर की संख्या अच्छी खासी देखने को मिली।