बैंक के स्टोर रूम से आ रही थी बदबू, स्टॉफ ने जांच की तो पता चला एक हफ्ते से मरा पड़ा है सांड

8/11/2020 9:42:47 PM

सोनीपत (पवन राठी): हरियाणा के सोनीपत जिले के खरखौदा तहसील में बैंक कर्मचारियों की जबरदस्त लापरवाही का मामला सामने आया है। यहां कोऑपरेटिव बैंक के स्टोर रूम में फंसकर एक आवारा सांड की मौत हो गई, जिसकी किसी को खबर तक नहीं लगी। वो तो सांड के मृत शरीर से बदबू उठने लगी तो बैंक के कर्मचारियों के नाक-भौं सिकुडऩे लगे। बैंक  परिसर में उठ रही इस बदबू की वजह ढूंढ़ी गई तो पता लगा कि बैंक के स्टोर रूम में एक सांड मरा पड़ा है। जिसके बाद सबके पैरों तले जमीन ही खिसक गई।

मौके के हालातों से ऐसा लगा रहा था कि स्टोर रूम में सांड घुस तो गया लेकिन निकल नहीं पाया और वहीं पर उसकी मौत हो गई। वहीं सांड को स्टोर रूम में फंसे कई दिन हो चुके थे, इसलिए भूख और प्यास के कारण उसकी मौत हुई। बैंक कर्मियों की लापरवाही यह सामने आती है कि वे बैंक परिसर की रख रखाव सही से नहीं कर रहे, वरना स्टोर रूम में इस तरह से कोई सांड फंस कर दम नहीं तोड़ता। यदि प्रतिदिन निगरानी सही तरीके से होती तो सांड फंसे होने की स्थिति में भी उसकी जान बचाई जा सकती थी।



जानकारी के मुताबिक, सोनीपत के खरखोदा में यह भवन कोऑपरेटिव सोसाइटी को किराए पर दे रखा है। ग्रामीण दलबीर ने बताया कि उन्होंने 2 सप्ताह पहले खरखौदा कोऑपरेटिव बैंक के मैनेजर को लिखित में शिकायत दी थी कि बैंक के मैन गेट को अच्छी तरह से बंद नहीं किया जाता, जिससे बैंक के प्रांगण में लावारिस पशु घुस जाते हैं और पूरी रात पशु बैंक के प्रांगण में ही रहते हैं। लेकिन इस पर संबंधित विभाग ने कोई कारवाई नहीं की और टाल मटोल करते रहे। जिसके कारण लावारिस पशु की मौत की दुर्घटना सामने आई है।



उधर, बैंक मैनेजर रमेश कुमार ने बताया कि लिखित में अगर कोई शिकायत दी गई है तो उनके आने से पहले दे दी गई है। उन्होंने कहा कि 2 दिन की छुट्टी थी और यहां पर तीन पीएन और एक सफाई कर्मचारी है। लेकिन जब यह पूछा गया तो लापरवाही किसने की है, तो मैनेजर साहब टालमटोल करते नजर आए। बैंक प्रबंधक ने बताया कि उस रिकॉर्ड रूम में कई साल पुराना रिकॉर्ड रखा है। बैंक कर्मियों की भी कहीं न कहीं लापरवाही रही है।

वहीं मामले को लेकर एक शिकायत बैंक प्रबंधन के खिलाफ क्षेत्र वासी गोवंश रक्षकों की तरफ से दी गई है। जिस पर फिलहाल, खरखौदा पुलिस मामले की जांच कर रही है। बहरहाल देखना होगा कि लापरवाह अधिकारी और कर्मचारियों पर कब तक कार्रवाई होगी।

Shivam