सरकारी अस्पताल की लापरवाही, महिला ने फुटपाथ पर दिया बच्चे को जन्म

7/22/2017 3:30:54 PM

घरौंडा(विवेक राणा):  सरकारी अस्पताल में डाक्टरों व नर्स की लापरवाही ने एक गरीब महिला को हाईवे के फुटपाथ पर बच्चे को जन्म देने पर मजबूर कर दिया। मैडीकल सुविधा न होने के चलते बच्चा मृतक पैदा हुआ व परिजनों ने महिला की जान बड़ी मुश्किल से बचाई।

एक घंटे तक दर्द से कराहती रही गर्भवती महिला 
एक घंटे तक उसका पति अस्पताल के कोने-कोने में डाक्टर-डाक्टर चिल्लाता फिरता रहा व कमरे खटखटाता रहा व उसकी पत्नी दर्द के मारे कराहती रही लेकिन कोई न आया। पूरे एक घंटे बाद स्टाफ नर्स कमरे से उठकर आई व आते ही उसने यह कहा कि रात को कोई भारी खाना खा लिया होगा, एक खुराक ले लो, तब तक डाक्टर आ जाएगा, मैंने डाक्टर को फोन कर दिया है। इस दौरान जैसे ही महिला डाक्टर आई तो उसने आते ही दर्द से कराह रही उसकी पत्नी को बिना प्राथमिक सहायता दिए तुरंत करनाल ले जाने की बात कही।

इस दौरान महिला के पति ने डाक्टर को कहा कि उसके पास अपनी पत्नी को करनाल ले जाने की कोई व्यवस्था नहीं है, तो स्टाफ नर्स ने उसे एम्बुलैंस का नम्बर दिया, जब उसने मोबाइल से एम्बुलैंस ड्राइवर को फोन कर मदद की गुहार लगाई तो उसने कहा कि वह आ रहा है, ऐसा बार-बार कहता रहा, बाद में उसने कहा कि उसे देर लग जाएगी। ऐसे में असहाय होकर दर्द से तड़प रही पत्नी को वह अपनी मोटरसाइकिल पर बिठाकर करनाल के लिए चल पड़ा, तो हाईवे पर अनाज मंडी के पास उसकी पत्नी की तबीयत ज्यादा ही बिगड़ गई, तो उसने मोटरसाइकिल को रुकवा लिया। महिला ने वहीं फुटपाथ पर ही बच्चे को जन्म दे दिया लेकिन जन्म के दौरान व मैडीकल अभाव में बच्चे की सांस रुक चुकी थी। इसके बाद उसने अपने दोस्त सूर्याकांत को फोन कर मौके पर बुलाया व अपनी पत्नी मुकेश व मृतक बच्चे को वापस अपने घर स्टौंडी ले गया। 

महिला के पति ने डाक्टर, नर्स व एम्बुलैंस ड्राइवर की दी शिकायत 
पूरे मामले को लेकर इस दौरान ड्यूटी पर तैनात डाक्टर व नर्स के खिलाफ फुटपाथ पर बच्चे को मजबूरी में जन्म देने वाली व अपने बच्चे को गंवा चुकी स्टौंडी की महिला मुकेश के पति कृष्णपाल ने सी.एच.सी. घरौंडा पहुंचकर एस.एम.ओ. की अनुपस्थिति में एम.ओ. डा. सुनीता भौरिया को लिखित शिकायत दी व शिकायत की एक प्रति प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज, एक प्रति जिला उपायुक्त करनाल को भेजी। पीड़ित ने की दोषी स्वास्थ्य कर्मियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग इस दौरान कृष्णपाल ने इस घटना के दौरान सी.एच.सी. एमरजैंसी में ड्यूटी पर मौजूद डाक्टर, स्टाफ नर्स व एम्बुलैंस ड्राइवर के खिलाफ विभाग की ओर से कानूनी कार्रवाई की मांग की ताकि लापरवाही के कारण किसी अन्य महिला को अपना बच्चा न गंवाना पड़े। 

क्या है मामला
स्टौंडी निवासी कृष्णपाल पुत्र फूलाराम ने बताया कि शुक्रवार सुबह लगभग 3 बजे उसकी 5 माह की गर्भवती पत्नी मुकेश को अचानक पेट दर्द तेजी से होने लगा। जब वह ठीक नहीं हुआ तो वह अपनी पत्नी को मोटरसाइकिल पर बिठाकर घरौंडा सी.एच.सी. सुबह 4 बजे पहुंचा। इस दौरान वह एमरजैंसी पहुंचा तो वहां पर न तो कोई डाक्टर मिला व न ही कोई नर्स। स्टौंडी निवासी कृष्णपाल ने ड्यूटी पर मौजूद डाक्टर व स्टाफ नर्स पर इलाज में लापरवाही बरतने की शिकायत दी है। मामला संगीन है, जो भी दोषी पाया जाता है, उसके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी।