हड़ताल पर बैठे NHM कर्मचारियों ने खून से लिखा PM मोदी को पत्र(VIDEO)

2/14/2019 2:36:28 PM

मेवात(ऐके बघेल): मेवात में आज 10वें दिन भी NHM कर्मचारियों की हड़ताल जारी है। एसीएस से वार्ता असफल होने के बाद अब हड़ताल को दो दिन और बढ़ा दिया गया था जो अब 15 फरवरी तक जारी रहेगी। वहीं आज हड़ताली कर्मचारियों ने अपने खून से पत्र लिखकर पीएम नरेंद्र मोदी व  सीएम मनोहर ला खट्टर को भेजा है। उनका कहना है कि सरकार उनकी मांगों को लेकर बिल्कुल गंभीर नही है। उनका कहना है कि अगर सरकार उनकी मांगे नहीं मानेगी तो ये हड़ताल यू हीं निरंतर चलती रहेगी। कर्मचारियों का कहना है कि उन्हें स्थाई सेवा सुरक्षा के अलावा सेवा नियमों की वेतन विसंगतियां व आवयश्क संसोधन, सातवें वेतन आयोग का लाभ देने सहित विभिन्न मांगें है। जिनकों लेकर कई बार वो आवाज उठा चुके है। लेकिन सरकार ने आश्वासन के इलावा कुछ नहीं दिया। 

आपको बतादें कि एनएचएम कर्मचारी कई माह के बकाया वेतन से लेकर जॉब की गारंटी चाहते हैं। अल आफिया सामान्य अस्पताल मांडीखेड़ा में एनएचएम के सैकड़ों कर्मचारी कामकाज छोड़ दरी बिछाकर पिछले कई दिनों से बैठे हुए हैं।  बता दें कि नूंह जिले में एनएचएम कर्मचारियों की संख्या 550 से अधिक है। जिनमें अकाउंट , पैरामेडिकल , चालक , नर्स इत्यादि स्टाफ शामिल है। बिना स्टाफ के डॉक्टर भी कार्यालय के कामकाज से लेकर मरीजों के स्वास्थ्य इत्यादि की जांच नहीं कर पाते। सामान्य अस्पताल से लेकर नूंह , पुन्हाना , तावडू , फिरोजपुर झिरका सीएचसी से लेकर पीएचसी ही नहीं हेल्थ सेंटर पर एनएचएम के कर्मचारी तैनात हैं। 

अब देखना यह है कि सूबे के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज एनएचएम कर्मचारी संघ की इस हड़ताल को कितना सीरियस ढंग से लेते हैं। इतना ही नहीं जो मरीज गंभीर बिमारियों के चलते अस्पताल में भर्ती हैं, उन्हें भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। प्रदेश भर में वैसे तो स्टाफ - डॉक्टरों की कमी है, लेकिन नूंह जिला इसमें सबसे आगे है। यहीं कारण है कि 550 से अधिक एनएचएम कर्मचारियों के भरोसे जिले की स्वास्थ्य सेवाएं चलाई जा रही हैं। कर्मचारी भी इस बात को बखूबी जानते हैं वहीं एनएचएण कर्मचारियों की हड़ताल सीएम मनोहर लाल खट्टर के लिए 2019 के रण से पहले चिंता बढ़ाने का काम कर सकती है।
 

Deepak Paul