प्रदेश में 3 से 15 वर्ष की आयु वर्ग का कोई भी बच्चा शिक्षा से न रहे वंचित: CM

6/27/2019 4:49:14 PM

चंढीगढ़ (ब्यूरो)- हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने  बुधवार को रियाणा राज्य उच्चतर शिक्षा परिषद द्वारा प्रारूप राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2019 पर आयोजित दो दिवसीय सम्मेलन के समापन दौराव कहा कि राज्य में यह सुनिश्चित करने के लिए एक ऐसी व्यवस्था की जा रही है कि तीन से 15 वर्ष की आयु वर्ग का कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित न रहे और सभी का स्कूलों में दाखिला हो। उन्होंने सम्मेलन में उपस्थित शिक्षाविदों से शिक्षा विभाग के साथ परामर्श कर प्रारूप शिक्षा नीति में सुधार के सुझाव देते हुए एक रिपोर्ट तैयार करने और यह रिपोर्ट 30 जून, 2019 तक प्रेषित करने को कहा।

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रारूप शिक्षा नीति, 2019 में उल्लेखित अनेक पहलों को पहले ही क्रियान्वित कर रही है। युवाओं के कौशल विकास पर विशेष बल दिया जा रहा है ताकि उन्हें रोजगार प्राप्त करने में सक्षम बनाया जा सके। उन्होंने सुझाव दिया कि शिक्षा नीति में विद्यार्थियों को नैतिक शिक्षा प्रदान करने पर बल दिया जाना चाहिए क्योंकि इससे हमारे समाज और राष्ट्र को और सुदृढ़ करने में मदद मिलेगी।

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा प्रदेश में संयुक्त एवं एकल परिवारों की पारिवारिक आईडी तैयार की जा रही है, जिसमें परिवार में सदस्यों की संख्या और पिता, माता, बच्चे, पति-पत्नी आदि के नाम और आयु जैसे समस्त जानकारी उपलब्ध रहेगी। जन्म, विवाह एवं मृत्यु पंजीकरण को भी इस प्रणाली के साथ जोड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि इस प्रकार एकत्रित आंकड़ा किसी कारणवश स्कूल नहीं जाने वाले 3 से 15 वर्ष के बच्चों की वास्तविक संख्या का पता लगाने में ही सहायक नहीं होगा, बल्कि ऐसे बच्चों का स्कूलों में दाखिला सुनिश्चित करने के लिए प्रभावी कदम उठाने में भी सहायक होगा। उन्होंने कहा कि इस कार्य के लिए गैर सरकारी सगठनों और अन्य स्वैच्छिक संगठनों की सहायता भी ली जाएगी। 

Isha