प्रदेश के सात जिलों के अस्पतालों में नहीं कोई चिकित्सक, शाह की रैली में लगी ड्यूटी

2/14/2018 7:29:58 PM

जींद(धरणी): हरियाणा सरकार द्वारा भले ही पिछले कई दिनों से यह दावा किया जा रहा है कि बृहस्पतिवार को जींद में आयोजित की जा रही युवा रैली पूरी तरह से भारतीय जनता पार्टी का आयोजन है, लेकिन बुधवार को वायरल हुए एक पत्र ने सरकार के दावों की पोल खोल दी है। अमित शाह के जींद दौरे के मद्देनजर हरियाणा के सात जिलों के सरकारी अस्पतालों का अमला जींद में तैनात कर दिया गया है।

प्रदेश सरकार ने रैली के दौरान किसी प्रकार की अप्रिय घटना की संभावना के चलते स्वास्थ्य सेवाओं को पूरी तरह से जींद में केंद्रीत कर दिया है। सरकार द्वारा उन्हीं जिलों के चिकित्सकों को जींद में तैनात किया है जिन जिलों से पार्टी को कम संख्या में कार्यकर्ताओं के पहुंचने की उम्मीद है।

स्वास्थ्य विभाग के महानिदेशक द्वारा गुरुग्राम, फरीदाबाद, पलवल, फतेहाबाद, सिरसा, नारनौल, रेवाड़ी के जिला सिविल सर्जनों को जारी किया गया एक पत्र आज दिनभर सोशल मीडिया में खूब वायरल हुआ। विपक्षी राजनीतिक दलों द्वारा इस पत्र पर भी राजनीति की जा रही है। पत्र में स्वास्थ्य विभाग के महानिदेशक ने उपरोक्त जिलों के सिविल सर्जनों को लिखा है कि बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की जींद में बाईक रैली के मद्देनजर स्वास्थ्य सेवाएं सुचारू रूप से प्रदान करने के निर्देश जारी किए गए हैं। तीन दिन के लिए उपरोक्त जिलों के चिकित्सकों को जींद में तैनात कर दिया गया है।

इसके अलावा उपरोक्त जिलों से एंबुलेंस गाडिय़ां भी जींद भेज दी गई हैं। पत्र में कहा गया है कि प्रत्येक जिला से एक एंबुलेंस, दो फिजीशयन, दो सर्जन, दो एनेथिसिया चिकित्सक, छह सामान्य चिकित्सक के अलावा प्रत्येक जिला से आधुनिक उपरणों से लैस चार-चार एंबुलेंस गाडिय़ां जींद में भेजी गई हैं।

उपरोक्त जिलों का अधिकतर स्टाफ जींद में तैनात हो चुका है। यह पत्र वायरल होने के बाद विपक्ष ने सरकार को घेरना शुरू कर दिया है। कांग्रेस पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष अशोक तंवर ने  कहा कि आज यह साफ हो गया है कि पार्टी की रैली को सफल बनाने के लिए बीजेपी द्वारा पूरी तरह से सरकारी मशीनरी का इस्तेमाल किया गया है। सरकार सत्ता के नशे में सरकारी तंत्र का इस्तेमाल करके इस रैली को सफल बनाना चाहती है।