जितना हल मैंने चलाया है, राजनीति में उतना हल किसी राजनीतिक व्यक्ति ने नहीं चलाया है: राम बिलास

9/24/2020 12:28:21 PM

चंडीगढ़(धरणी): भाजपा के दिग्गज नेता व् हरियाणा के पूर्व शिक्षा मंत्री प्रो राम बिलास शर्मा का कहना है की  अगर प्रकाश सिंह बादल से सलाह किया होता तो मैं समझता हूँ की हर सिमरत कौर इस्तीफ़ा नहीं देती  सरदार प्रकाश सिंह बादल देश की राजनीती में शिखर पुरुष हैं। हरसिमरत कौर बादल ने त्यागपत्र दिया है ,यह दुर्भाग्यपूर्ण है। जल्दबाजी में उनसे पता नहीं कैसे हो गया है ।  प्रो राम बिलास शर्मा  ने कहा की जितना हल मैंने चलाया है ,राजनीति में उतना हल किसी राजनीतिक व्यक्ति ने नहीं चलाया है । प्रस्तुत है प्रो राम बिलास शर्मा से हुई ख़ास बातचीत के प्रमुख अंश --

प्रश्न-केंद्र से हर सिमरत कौर बादल का इस्तीफ़ा क्या भजपा -अकाली दल के रिश्तों में खटास की शुरुयात है ?
उत्तर
-सरदार प्रकाश सिंह बादल देश की राजनीती में शिखर पुरुष हैं | हरसिमरत कौर बादल ने त्यागपत्र दिया है ,यह दुर्भाग्यपूर्ण है | जल्दबाजी में उनसे पता नहीं कैसे हो गया है | अगर प्रकाश सिंह बादल से सलाह किया होता तो मैं समझता हूँ की हर सिमरत कौर इस्तीफ़ा नहीं देती | फिर भी यह उनका निजी मामला है | आज देश का दुर्भाग्य है की देश के लोकप्रिय पी एम् मोदी के 3 विधयेक की एक भी लाइन में कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों को एक भी लाइन का पता नहीं हैं | 

प्रश्न -तीन विद्येको के विरोध का क्या कारण समझते हैं ?
उत्तर
-कांग्रेस व् विपक्ष को तीन विधेयकों की समझ नहीं है | राजयसभा में अमर्यादित व्यवहार क्र मायिक तोड़ते हैं व् अध्यादेश फाड़ते है | जनता को गुमराह करके सड़के जाम ,ट्रेन्स रोकने जैसे काम करने की कोशिश करते हैं | किसान तो इनके साथ हैं नहीं केवल यह लोग मोदी के विरोध करने के लिए ऐसा करते हैं | प्रतिदिन एक न्य काम करने वाले देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जो किसानों के मसीहा बन चुकें है एक वर्ष से देश करोना के संकट से जूंझ रहा है | मोदी एक वक्त में कई फ्रंट पर लड़ ,जीत रहें हैं| गलवान घाटी में हमारे बहादुर जवानों ने चीन की सेना की गर्दन मरोड़ उन्हें पीछे धकेला है | मोदी का कोई सांई कांग्रेस या विविपक्ष के पास नहीं है | कांग्रेस का बच्चा पूछता है की सर्जिकल स्ट्रॉइक क्या है ,पुलवामा के साबुत उन्हें बाला कोट में नजर नहीं आते | अभिनन्दन को 48 घंटे में पाक के कब्जे से अभिनंदन की वापसी मोदी की कूटनीति का प्रमाण है | 

प्रश्न -विपक्ष में बोखलाहट क्यों हैं ?कांग्रेस इसे काला अध्यादेश क्यों मानती है ?
उत्तर -
बिहार के विधानसभा चुनाव व् बड़ोदा के उपचुनाव को लेकर कांग्रेस में बेचैनी है | राजनैतिक नौटंकिया कर कांग्रेस जनता को गुमराह करने का असफल प्रयास कर रही है | भूपिंदर सिंह हुड्डा जिनका कांटा हंमे जींद उपचुनाव में निकाला था ,दस साल मुख्यमंत्री रहे वः व् सुरजेवाला इन विधेयकों का एक अक्षर तो बताएं | 

प्रश्न-आपके हिसाब से यह अध्यादेश लाभ प्रद कैसे हैं ?
उत्तर
-कुछ लोग तो किसान नेता होतें है,जबकि मैं आज भी अपने घर में 20 गाएं रखता हूँ | बाजरे से लेकर सरसों तक की बिजाई खुद कर सकता हूँ | जितना हल मैंने चलाया है ,राजनीती में उतना हल किसी राजैतिक व्यक्ति ने नहीं चलाया है | बड़े बड़े किसान  ट्रेक्टरों की खेती करवातें हैं | देश  का विपक्ष मुद्दाविहीन हो गया है | सन 1971 में दुष की प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्री मति इंदिरा गांधी को दिवंगत अटल बिहारी वाजपेयी ने दुर्गा -बवानी कहा  था | जब देश युद्ध या संकट में हो सरे देश के राजनैतिक दलों को एक जुट होना चाहिए | मर्यादा राजनीती में अब बची ही कहाँ है | 

प्रश्न -हुड्डा व् इनेलों सड़कों पर क्यों है ? कांग्रेस सैशन की मांग कर रही है ?
उत्तर-
यह लोग कुर्सी के काटे हुए है | मांग करना नेता प्रतिपक्ष का अधिकार है |लोकसभा व् राजयसभा जहां इन अध्यादेशों पर चर्चा थी ,वहां तो हुड्डा साहिब की पार्टी जिस भूमिका में रही | सारी दुनियां ने देखा | हर फसल के नए दामों में 50 रूपये से 300 रूपये तक की प्रति क्विंटल बड़े हुए दाम इन्हे नजर नहींं आते |  

प्रश्न-फसलों को लेकर सत्ता पक्ष व् विपक्ष के अलग अलग तर्क क्यों हैं ?
उत्तर-
 यह विपक्षी मित्र बहकावे की बातें करतें है | बाजरे की दक्षिण हरियाणा में बम्पर फसल आई है | कपास की जो फसल खराब हुई है को लेकर वह किसान भी  मुख्यमंत्री से मिलें हैं तथा मनोहरलाल ने स्पेशल गिरदावरी के आदेश दिए है | जिन किसानों को 50% तक का नुक्सान हुआ है | उनका मुयावज़ा देंगें |  

Isha