दूसरों के सम्मान को ठेस पहुंचाने का किसी को अधिकार नहीं : अभय

11/21/2017 1:16:29 PM

चंडीगढ़(बंसल):नेता प्रतिपक्ष अभय सिंह चौटाला ने संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावती विवाद पर टिप्पणी करते हुए कहा कि हर समुदाय की भावनाओं का सम्मान होना चाहिए और अभिव्यक्ति की आजादी का यह अर्थ नहीं होना चाहिए कि किसी को भी दूसरों के सम्मान को ठेस पहुंचाने का अधिकार है। उन्होंने कहा कि भंसाली को लोगों की प्रतिक्रिया आते ही फिल्म के प्रोमोशन को रोक देना चाहिए था और पहले केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सी.बी.एफ.सी.) के पास भेजना चाहिए था, ताकि फिल्म में कोई भी विषयवस्तु ऐसी है जो किसी जाति विशेष की मर्यादाओं और भावनाओं को क्षति पहुंचाती हो तो सैंसर बोर्ड उन आपत्तिजनक हिस्सों को संपादित कर क्लीनचिट दे सके। 

भंसाली ने जानबूझकर यह विवाद खड़ा किया है, ताकि ज्यादा लोग उनकी फिल्म को देखें। लेकिन किसी भी फिल्म निर्माता को इस बात की अनुमति नहीं दी जा सकती की वह अपने आर्थिक लाभ के लिए लोगों की भावनाओं से खिलवाड़ करे। जिस तरीके से फिल्म निर्माता ने सैंसर बोर्ड का प्रमाण-पत्र मिलने से पहले ही इसके प्रोमो यानी प्रचार सामग्री को टैलीविजन चैनलों पर प्रसारित कर दिया और फिर निजी तौर पर कुछ पत्रकारों को मुम्बई बुला कर फिल्म दिखाई है। उससे एक समुदाय आहत हुआ है।

अभय नें मानुषी को मिस वल्र्ड बनने पर बधाई देते हुए कहा कि मानुषी ने देश-दुनिया में अपने परिवार के साथ प्रदेश का भी मान बढ़ाया है जिसके लिए उनकी जितनी तारीफ की जाए उतनी कम है। उन्होंने कहा की मानुषी की उपलब्धि प्रदेश की बेटियों के लिए प्रेरणा बनेगी। इनैलो नेता ने यह भी कहा कि उनकी कामयाबी से यह स्पष्ट हो गया है कि हरियाणा की असली पहचान मानुषी छिल्लर, कल्पना चावला, साक्षी मलिक और गीता फोगाट जैसी बेटियां हैं जिन्होंने अपनी पहचान बनाने का सपना देखा और उसको सच भी करके दिखाया। उन्होंने शशि थरूर के ट्वीट की भी कड़ी आलोचना की और कहा कि उनका कोई हक नहीं बनता कि वो अपने राजनैतिक स्वार्थ के चलते देश की किसी भी बेटी और पारिवारिक पहचान को सस्ते परिहास का विषय बनाए।