इस सीजन अभी तक स्वाइन फ्लू का एक मरीज भी नहीं आया सामने

12/27/2019 12:26:56 PM

सिरसा(ललित): कड़ाके की ठंड के साथ ही बढ़ रहे स्वाइन फ्लू के संक्रमण के खतरे से निपटने के लिए जिला का स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से अलर्ट पर है। स्वाइन फ्लू के संक्रमण से ग्रसित मरीजों के उपचार के लिए शहर के नागरिक अस्पताल में आइसोलेशन वार्ड बना हुआ है और विभाग की ओर से अस्पताल में इससे संबंधित दवाइयां भी उपलब्ध हैं। मरीजों को समय रहते ही उपचार मिलना संभव हो और किसी प्रकार की देरी न हो इसके लिए विभाग की ओर से पूरे इंतजाम किए गए हैं।

विभाग की मानें तो फिलहाल इस सीजन में अभी तक जिला में स्वाइन फ्लू का कोई केस सामने नहीं आया है। जबकि पिछले सीजन में जिला भर में स्वाइन फ्लू के 64 मामले सामने आए थे। वहीं, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के नैशनल सैंटर फॉर डिजीज कंट्रोल के आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2019 के अंदर ही स्वाइन फ्लू के 27 हजार मामले सामने आ चुके हैं।

कुछ दिन पहले गुरुग्राम में एक मरीज के स्वाइन फ्लू के सैंपल पॉजीटिव मिलने के बाद से प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग की ओर से सभी जिलों को गाइडलाइन जारी करते हुए अलर्ट रहने के निर्देश दिए गए हैं। मुख्यालय से जारी दिशा-निर्देशों के बाद हरकत में आए जिला स्वास्थ्य विभाग की ओर से गाइडलाइन के अनुसार ही तैयारियां पूरी की गई हैं। 

रोहतक व दिल्ली भेजे जाते हैं जांच नमूने 
स्वाइन फ्लू की जांच के लिए अधिकतर नमूने पहले सिर्फ दिल्ली स्थित लैब में ही भेजे जाने की व्यवस्था थी। एक ही जगह दिल्ली स्थित लैब में नमूने भेजे जाने के कारण मरीज की रिपोर्ट आने में कई बार देरी हो जाती थी। स्वास्थ्य विभाग की ओर से नमूनों की जांच के लिए प्रदेश में जांच केन्द्रों की संख्या 3 से बढ़ाकर 4 की गई है। सभी जिलों के सैम्पल एक ही जगह भेजने के बजाय अलग-अलग केन्द्रों पर भेजने की व्यवस्था की गई है ताकि नमूने की जांच रिपोर्ट आने में भी किसी प्रकार की देरी न हो।

अब नमूने दिल्ली के साथ-साथ चंडीगढ़, रोहतक स्थित पी.जी.आई. लैब के साथ सोनीपत के खानपुर कलां में भेजे जाने की व्यवस्था है। मुख्यालय से जारी गाइडलाइन के अनुसार सिरसा सहित फतेहाबाद, हिसार, जींद, करनाल, रोहतक, कैथल जिला के नमूने जांच के लिए रोहतक पी.जी.आई. की लैब में भेजे जाते हैं। 

Edited By

vinod kumar