एप्रेन वाले डाक्टर ही नहीं, खाकी भी लड़ रही कोरोना के खिलाफ जंग

4/3/2020 12:26:58 PM

जींद (जसमेर) : कोरोना के खिलाफ जिले में लड़ी जा रही प्रभावी जंग को एप्रेन वाले डाक्टर और नर्स तथा स्वास्थ्य विभाग का दूसरा अमला ही नहीं लड़ रहा है बल्कि खाकी वर्दी धारी पुलिस भी इस जंग को लड़ रही है। जींद पुलिस के 800 जवानों में से 400 जवान हर वक्त पुलिस नाकों से लेकर मैडीकल टीम के साथ ड्यूटी बजा रहे हैं। जिले में लॉकडाऊन लागू करवाने से लेकर कोरोना संदिग्धों को अस्पताल पहुंचाने में पुलिस पूरी मदद कर रही है। अपनी खुद की सुरक्षा को डाक्टरों की तरह खतरे में डालकर भी पुलिस दूसरों को कोरोना से बचाने में लगी है।

पुलिस के पास तो डाक्टरों की तरह पी.पी.ई. (पर्सनल प्रोटैक्शन इक्विपमैंट) किट भी नहीं हैं। इस समय जींद पुलिस के पास 800 जवान हैं। इन 800 जवानों की कोरोना के खिलाफ जंग में शिफ्टों में ड्यूटी लग रही है। जींद के डी.आई.जी. अश्विन शैणवी के अनुसार एक समय में जींद पुलिस के 400 जवान ड्यूटी पर लगाए जाते हैं। लॉकडाऊन लागू करवाने के लिए जिले में पुलिस ने 50 से भी ज्यादा स्थानों पर नाके लगाए हुए हैं और इन नाकों पर 24 घंटे पुलिस का पहरा रहता है।

नाकों पर तैनाती के अलावा स्वास्थ्य विभाग की उन टीमों के साथ भी पुलिस को तैनात किया जाता है, जो टीम कोरोना संदिग्धों के सैम्पल लेने या उनकी जांच के लिए जाती है। डाक्टरों की टीम को सुरक्षा भी पुलिस मुहैया करवा रही है। कोरोना के खिलाफ जंग में जींद पुलिस भी डाक्टरों की तरह रात-दिन लगी हुई है। इसमें पुलिस की सबसे बड़ी जिम्मेदारी लॉकडाऊन का पालन करवाने की है। 

पुलिसकर्मियों की छुट्टियां रद्द, खुद जरूरतमंदों को खाना भी खिला रहे पुलिसकर्मी
जिला पुलिस के जवानों की छुट्टियां कोरोना के खतरे को देखते हुए रद्द कर दी गई हैं। लॉकडाऊन लागू करवाने और मैडीकल टीमों को सुरक्षा देने के साथ-साथ जींद पुलिस के जवान जरूरतमंदों को अपनी तरफ से खाना भी खिला रहे हैं। इस काम में महिला थाना पुलिस सबसे आगे है। महिला थाना पुलिस में तैनात महिला पुलिसकर्मी ड्यूटी से फुर्सत मिलते ही जरूरतमंदों के लिए भोजन के पैक तैयार करवाकर उनके घर पहुंचाने के काम में जुट जाती है। पुलिस का इस तरह का चेहरा जींद के लोगों ने पहली बार देखा है और इसके लिए लोग जिला पुलिस की तारीफ भी कर रहे हैं। 

Isha