पढ़ाई में ही नहीं स्वच्छता में भी 'अव्वल' आई हरियाणा की ये यूनिवर्सिटी

10/2/2018 12:48:22 PM

चंडीगढ़(ब्यूरो): मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा गतदिवस स्वच्छ कैंपस रैंकिंग जारी की गई। जिसमें हरियाणा की महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी को पहले स्थान दिया गया जबकि अमृतसर की गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी देश में दूसरे स्थान पर है। 

मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने यह जानकारी दी। इस रैंकिंग में नई दिल्ली का इंस्टीट्यूट ऑफ लिवर एंड बिलियरी साइंसेस तीसरे, कराईकुडी की अलगप्पा चौथे व गुंटूर की आचार्य नागार्जुन यूनिवर्सिटी 5वें स्थान पर है। जावड़ेकर ने निजी विश्वविद्यालय, महिला कॉलेज एवं तकनीकी संस्थान वर्ग में भी साफ-सफाई में श्रेष्ठ शैक्षणिक संस्थानों की घोषणा की। निजी विवि की श्रेणी में पुणे की सिम्बायोसिस यूनिवर्सिटी पहले, हरियाणा की ओपी जिंदल यूनिवर्सिटी दूसरे तथा कर्नाटक की केएलएफ एकेडमी को तीसरा स्थान मिला है। 

ये खासियत जिसने बनाया सर्वश्रेष्ठ विश्वविद्यालय
करीब 7 सौ एकड़ क्षेत्र में है एमडीयू
बारिश के पानी को किया जाता है सुरक्षित
250 कर्मचारी रखते हैं सफाई का ध्यान
70 कर्मी रखते हैं पेड़ पौधों का ख्याल
सोलर एनर्जी को भी किया जाता है प्रयोग



बताया जाता है कि जब पहली बार निरीक्षण के लिए टीम कैंपस में पहुंची तो उन्होंने पहली नजर में ही इसे थ्री स्टार हॉस्टल की संज्ञा दे दी थी। मैस के बचे खाने भी यहां वेस्ट नहीं होता। किचन का रोजना बचा हुआ खाना पशु पालकों को दे दिया जाता है ई-वेस्ट के लिए स्टेक होल्डर रखे हुए हैं। हर जगह डस्टबिन भी रखे गए हैं.  

इस यूनिवर्सिटी की खासियत है कि इस कैंपस काफी हरा भरा है. सैकडों एकड़ के कैंपस में पेड़ पौधों की कमी नहीं है. हरियाली की वजह से एमडीयू को ऑक्सीजन जोन कहा जाता है.हाईवे के पास और सिटी के बीच में होने के बावजूद यहां की हवा शहर से कई गुना साफ है.
 

Deepak Paul