कुख्यात बदमाश बौना चढ़ा पुलिस के हत्थे, गैंग के 2 और सदस्य भी गिरफ्तार

1/23/2017 7:57:14 PM

जींद (सुनिल मराठा):जिला पुलिस के लिए हत्या, जानलेवा हमला, लूटपाट, शस्त्र अधिनियम, फिरौती के मामलों में सिरदर्द बने कुख्यात बदमाश आशू उर्फ बौना और उसकी गैंग के 2 सदस्यों को सीआईए स्टाफ ने गिरफ्तार किया है। आशू उर्फ बौना पर पुलिस ने 50 हजार रुपए का इनाम घोषित किया हुआ था। जिला पुलिस को आशू उर्फ बौना और उसके साथियों की पिछले काफी समय से तलाश थी। 

सीआईए स्टाफ को सूचना मिली थी कि हत्या, लूटपाट समेत विभिन्न संगीन अपराधों में मोस्ट वांटिड विक्रम उर्फ आशू उर्फ बौना व उसके साथी किसी व्यक्ति की हत्या की कोशिश में हैं। इसके आधार पर सीआईए टीम ने कार्रवाई करते हुए रामराय गेट निवासी आशू उर्फ बौना, उसके साथी गुप्ता कालोनी निवासी बिजेंद्र, खोखरी गांव के अनिल उर्फ लाला को पालवां गांव के पास से काबू कर लिया। एसएसपी शशांक आनंद ने बताया कि 23 अक्तूबर 2016 को विक्रम उर्फ आशू ने अपनी गैंग के सदस्य बिजेंद्र, सोमबीर पड़ाना, अनिल उर्फ लाला और आशीष खोखर के साथ मिलकर रामराय गेट निवासी जितेंद्र उर्फ तेंदु सरदार को गोली मारकर घायल कर दिया था। 

11 नवंबर 2016 को विक्रम उर्फ आशू ने अपनी गैंग के सदस्य बिजेंद्र, पड़ाना गांव के सोमबीर, अनिल उर्फ लाला और आशीष खोखर के साथ मिलकर गोल्डन हट के मालिक हैबतपुर गांव के अश्वनी को धमकी देकर 20 लाख रुपए की फिरौती मांगी थी। 14 दिसंबर 2016 को विक्रम उर्फ आशू ने अपनी गैंग के सदस्य बिजेंद्र, पड़ाना गांव के सोमबीर, अनिल उर्फ लाला और आशीष खोखर के साथ मिलकर सब्जी मंडी के पास दीपक उर्फ जोनी की गोली मारकर हत्या कर दी थी। 29 दिसंबर 2016 को इस गैंग ने मीट मार्कीट के पास रजत की गोली मारकर हत्या कर दी थी, जबकि फिरोजखान उर्फ फौजी को गोली मारकर घायल कर दिया था। लगभग 2 माह पहले बौना ने अपने साथियों के साथ मिलकर गुरूग्राम से मारूति कुंज में एक व्यक्ति को गोली मारकर घायल कर दिया था। कुछ समय पहले बौना ने अपने साथियों के साथ मिलकर पिस्टल प्वाइंट पर सैक्टर 17 गुरूग्राम से एसैंट गाड़ी को छीना था और उस गाड़ी से कई वारदातों को अंजाम दिया। 

बिजेंद्र और सोमबीर पड़ाना ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर 18 अगस्त को झांझ गेट निवासी पारस की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इसके अलावा बिजेंद्र ने अपने साथी मनजीत सैनी के साथ मिलकर करीब 2 साल पहले जींद निवासी मोनू को गोली मारी थी। एसएसपी ने बताया कि कुख्यात विक्रम पर 18 सितंबर 2013 को शहर थाना में मारपीट समेत विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज है। इसके अलावा 27 अक्तूबर 2015 तथा एक नवंबर 2015 को हमला करने तथा शस्त्र अधिनियम के मामले भी शहर थाना में दर्ज हैं। पुलिस अधीक्षक शशांक आनंद ने बताया कि विक्रम व उसके गैंग के सदस्यों की पुलिस को पिछले काफी समय से तलाश थी। आशू पर 50 हजार रुपए का इनाम घोषित किया गया था। विक्रम उर्फ आशू और उसके साथ बिजेंद्र तथा अनिल उर्फ लाला को गिरफ्तार कर लिया गया है। जींद के अलावा गुरूग्राम व अन्य स्थानों पर भी आरोपियों की संलिप्ता सामने आई है, जिनसे पूछताछ की जा रही है।