कुरूक्षेत्र के बाद अब नूंह में भी मर रहीं गौमाता

7/12/2017 1:09:40 PM

मेवात (एके बघेल):हरियाणा में जब से भाजपा की केंद्र सरकार आई है तब से गाय सत्ता के इर्द-गिर्द घूम रही है। इस मामले को लेकर लोकसभा-राज्यसभा से लेकर सड़क तक बवाल हो रहा है। बेगुनाह लोगों की पीट-पीट कर जान ली जा रही है। सूबे के कुरुक्षेत्र के बाद अब नूंह की गौशाला की दर्दनाक और चौकाने वाली तस्वीरें सामने आई हैं। दरअसल नूंह गौशाला रोड पर स्थित गौशाला में तकरीबन 200 से अधिक गौवंश हैं। गौशाला को सड़क के दोनों और बनाया गया है। एक तरफ तो गायों को शेड , पानी , पंखा से लेकर हर तरह का इंतजाम है ,लेकिन दूसरी तरफ के हिस्से में गाय भूख -प्यास और गंदगी से तड़प-तड़प कर मर रही हैं। इन गायों को बुग्गी या अन्य वाहनों में लादकर बाहर फेंका जा रहा है या फिर उन्हें मलबे में दबाया जा रहा है। 

गायों की मौत पर भाजपा नेताओं पर कांग्रेस नेता ने साधा निशाना
नूंह गौशाला में गायों की मौत को लेकर भले ही गौसंचालक से लेकर भाजपा नेताओं की बोलती बंद है ,लेकिन कांग्रेस नेता पूर्व मंत्री आफताब अहमद ने सरकार और तथाकथित गौरक्षकों पर करारा हमला करते हुए कहा कि एक सख्त कानून की जरूरत है ताकि गौशालाओं में भूख प्यास या अन्य कारणों से मर रही गायों पर भी सख्त सजा दी जा सके। उन्होंने तो साफ शब्दों में कहा कि कुछ लोग गाय को राजनीतिक मुद्दा बनाकर भाई-भाई को आपस में लड़ाने की नापाक साजिश रच रहे हैं। कुरुक्षेत्र और मेवात की गौशालाओं में गायों की मौत पर कार्रवाई होनी चाहिए। 

भाजपा की मनोहर सरकार ने इसी जिले के पुन्हाना के रहने वाले भानीराम मंगला को गौसेवा आयोग का चेयरमैन बनाया। सरकार ने गायों की सुरक्षा और पालन पोषण के लिए करीब 20 करोड़ रुपए का बजट का प्रावधान भी रखा, लेकिन उनके गृह जिले की नूंह शहर की गौशाला की ये तस्वीर साफ बता रही हैं कि गायों की सेवा और हिफाजत के दावों में कितनी सच्चाई है।