जनभागीदारी से अब आंगनबाड़ी बनी ‘फुलवारी’

7/8/2018 10:58:57 AM

चंडीगढ़(पांडेय): 5 साल से कम उम्र के बच्चों को आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से आधुनिक सुविधाएं प्रदान करने के लिए शुरू की गई हमारी फुलवारी योजना के अब धरातल पर सकारात्मक परिणाम दिखाई देने लगे हैं जिसके चलते राज्य में 600 से अधिक आंगनबाड़ी केंद्र अब नए रूप में दिखाई देने लगे हैं। सरकार के आह्वान के बाद कार्पोरेट सेक्टर, जनप्रतिनिधि से लेकर एन.जी.ओ. की जनभागीदारी से मुहिम परवान चल रही है। 

हरियाणा सरकार द्वारा वर्ष 2015 में आंगनबाड़ी केंद्रों को नया रूप देने के लिए हमारी फुलवारी नामक योजना शुरू की गई थी जिसके तहत सामाजिक संगठनों, जनप्रतिनिधियों, समाजसेवियों आदि को अपने-अपने क्षेत्र के आंगनबाड़ी केंद्र गोद लेकर उनमें आधुनिक सुविधाएं प्रदान करने के लिए प्रेरित किया गया था। इस योजना के माध्यम से जिला प्रशासन, विभाग के कार्यक्रम अधिकारियों द्वारा व्यक्ति विशेष, निजी संस्थाओं तथा औद्योगिक समूहों से संपर्क साधते हुए आगे लाने का प्रयास किया गया। परिणाम स्वरूप अब आंगनबाड़ी केंद्रों में एल.सी.डी., टी.वी., फ्रिज, ए.सी., खिलौने, बर्तन आदि मुहैया करवाने के साथ-साथ आंगनबाड़ी केंद्रों की दीवारों पर चित्रकारी करवाने की मुहिम तेजी पकड़ चुकी है। 

इन जिलों में बदली आंगनबाड़ी केंद्रों की दशा 
प्रदेश के अम्बाला में 39, फरीदाबाद में 14, गुरुग्राम में 31, झज्जर में 12, करनाल में 101, कुरुक्षेत्र में 103, पंचकूला में 6, पानीपत में 8, रेवाड़ी में 10, यमुनानगर में 211 और सिरसा में 70 आंगनबाडिय़ों की स्थिति सुधारने के लिए काम शुरू हो गया है। 
 

Deepak Paul