ऐलनाबाद में अब भू-पंजीकरण घोटाला सुर्खियों में, पुलिस ने मामला किया दर्ज

9/11/2021 3:48:27 PM

ऐलनाबाद (सुरेंद्र सरदाना): वर्ष 1989-90 में ऐलनाबाद की पंजीकरण ऑथरिटी को मिली सीरीज HR-44 इस कदर महशूर हुई कि जम्मू कश्मीर से कन्याकुमारी तक HR-44 सीरीज का कोई न कोई वाहन घूमता मिल ही जाता था। HR-44 सीरीज में बड़ा घोटाला हुआ। इस सीरीज का नम्बर लेना कोई मुश्किल काम नहीं था। बेशक इस घोटाले का पर्दाफाश भी हो गया, लेकिन इस घोटाले की गूंज पूरे हरियाणा में गूंजी। इसी प्रकार अब 30 वर्षो बाद ऐलनाबाद में भू पंजीकरण घोटाला सामने आया है। ऐलनाबाद की तहसील में तहसीलदार के फर्जी हस्ताक्षर से रजिस्ट्री हुई।  जिसका पता जांच के दौरान चला। 

दरअसल, ऐलनाबाद के नायब तहसीलदार अजय कुमार को कार्यालय में हुई एक रजिस्ट्री की रेंडमली जांच में पता चला कि इस रजिस्ट्री पर जो साइन हैं वह उनके नहीं हैं। इस पर जब उन्होंने ध्यान से जांच की तो उनका शक सच साबित हुआ और पाया कि यह रजिस्ट्री अज्ञात द्वारा उनके फर्जी हस्ताक्षर कर की गई है। इस मामले को उन्होंने अपने उच्चाधिकारियों के संज्ञान में लाते हुए स्थानीय थाना प्रबंधक को भी उक्त प्रकरण की जांच कर आरोपियों के खिलाफ कानूनी करवाई करने की अनुशंसा की है। 

संयुक्त सब रजिस्ट्रार अजय कुमार ने ऐलनाबाद ने थाना प्रबंधक ऐलनाबाद को लिखा है की अधोहस्ताक्षरी के संज्ञान में आया है कि वसीका नंबर 1503 तिथि 18-06-2021, वसीका नंबर 2816 तिथि 26-07-2021 व वसीका नंबर 2817 तिथि 26-07-2021 को सक्षम अधिकारी (अधोहस्ताक्षरी) से छुपाकर और कंप्यूटर में पंजीकरण करवा कर फर्जी हस्ताक्षर करके उन्हें बही नंबर 1 में चस्पा कर दिया गया। रजिस्ट्रेशन कानून के तहत यह एक बहुत गंभीर मामला है।

उपरोक्त परिस्थितियों में आप तत्काल एफआईआर दर्द करते हुए आवश्यक आगामी कार्रवाही करे ताकि आरोपियों को जल्द से जल्द पकड़ा जा सके और उचित दंड दिलवाया जा सके। जिसके बाद आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। इस बारे ऐलनाबाद के नायब तहसीलदार अजय कुमार ने कहा कि वह इस पूरे प्रकरण की जांच करवा कर रहेंगे। इस प्रकरण में शामिल कोई भी  दोषी कानून से से बच नहीं पाएगा। 

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Content Writer

vinod kumar