अब टैब के माध्यम से की जाएगी टीबी मरीजों की ऑनलाइन एंट्री
5/12/2018 2:31:57 PM
भिवानी(अशोक भारद्वाज): भिवानी व दादरी जिले में अब टीबी व एड्स जैसी बीमारियों के सभी मरीजों की टैब से ऑनलाइन एंट्री की जाएगी। जिससे अब मरीज का डाटा जल्द ही ऑनलाइन हो जायेगा तथा मरीज की पूर्ण जानकारी का समय-समय पर पता चलता रहेगा। देश को टीबीमुक्त करने के सपने को साकार करने के लिए स्वास्थ्य महकमा अब और हाईटैक हो गया है। अब टीबी व एड्स जैसी बीमारियों से ग्रस्त मरीजों का सारा डाटा टैब में रहेगा व निश्चय नामक पोर्टल पर इसे अपलोड किया जाएगा। निश्चय वो पोर्टल है जिसपर ऐसे मरीजों का डाटा रहता है।
देश में एक लाख की आबादी में 257 मरीज टीबी के है। अकेले भिवानी की बात करें तो यहां भी आंकड़ा साढ़े पांच सौ से अधिक है। इनमें मल्टी ड्रग रेजीस्टेंट यानी एमडीआर के 70 मरीज है। विभाग टीबी के मरीजों को लेकर पूरी तरह गंभीर है व अब ऐसे मरीजों का संक्रमण ना हो। इसे लेकर पूरी सावधानियां बरती जा रही है। मरीजों के लक्षण दिखते ही उनका ट्रीटमेंट शुरू होता है।
भिवानी के सीएमओ डॉ.आदित्य स्वरूप गुप्ता ने बताया कि मरीज दवा लेनी शुरू करने के बाद ईलाज होने पर ही लेनी बंद करें। हालांकि शुरूआत में थोड़ी बहुत दिक्कतें पेश आ सकती है मगर बाद में हालात सामान्य हो जाते है।
सिविल सर्जन डॉ आदित्य स्वरूप गुप्ता ने जिला भिवानी के क्षय रोग केंद्र के सभी कर्मचारियों की मीटिंग ली व टैब भी वितरित किए। उन्होंने कहा कि अब टैब के द्वारा पहले से और भी आसानी से काम हो जाएगा। क्योंकि पहले मरीज की रिपोर्ट आने के बाद जो समय ऑनलाइन करने में ज्यादा लगता था अब तुरंत एंट्री हो जाएगी।
उन्होंने सभी कर्मचारियों को निर्देश दिए कि वे अपना काम समय पर करें। ताकि किसी भी मरीज को कोई परेशानी ना हो। अगर किसी भी कर्मचारी की कोई भी कमी पाई जाती है तो उसके खिलाफ विभागीय कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने कहा कि हर कर्मचारी का यह दायित्व बनता है कि वो अपना कार्य समय पर तथा ईमानदारी से करे। सभी कर्मचारी ये भी ध्यान रखे कि कोई भी मरीज समय से पहले दवाई ना छोड़े।
टीबी रोग अधिकारी डॉ.सुमन विश्वकर्मा ने बताया कि पीएम के टीबी मुक्त भारत के सपने को साकार करने के लिए विभाग तमाम कसरत कर रहा है। डॉ सुमन ने बताया कि कर्मचारी जल्द से जल्द सभी मरीजों के आधार व बैंक खाता का रिकॉर्ड अपडेट करें ताकि मरीजों को सरकार द्वारा मिलने वाली 500 रुपये की राशि उनके खातों में समय पर दी जा सके।
उन्होंने मरीजों से भी आह्वान किया कि अस्पताल में आते समय अपना आधार कार्ड व बैंक खाते की कॉपी साथ लेकर आयें ताकि उनका रिकॉर्ड ऑनलाईन किया जा सके। पीएम के टीबीमुक्त भारत के सपने को साकार करने में नई पहल कितनी कारगर साबित होगी ये तो वक्त ही बताएगा। मगर इतना तय है कि विभाग बीमारी को खत्म करने के लिए जी जान से जुटा है।