केंद्र के बाद अब किसानों के निशाने पर पंजाब की कांग्रेस सरकार, बीकेयू ने किया बड़ा ऐलान

5/27/2021 6:44:00 PM

बहादुरगढ़ (प्रवीण कुमार): केंद्र की बीजेपी सरकार के बाद अब किसानों के निशाने पर पंजाब की कैप्टन सरकार भी आ गई है। कोरोना के बचाव के अधूरे इंतजाम और कैप्टन सरकार के अधूरे वायदों के खिलाफ भारतीय किसान यूनियन 3 दिन का धरना देने जा रही है। कल से पटियाला में मुख्यमंत्री कैप्टन के निवास के बाहर हजारों की संख्या में किसान धरना देंगे, जहां किसान सरकार पर विधानसभा चुनाव से पहले किए गए वादे पूरे करने का दबाव बनाएंगे।



भारतीय किसान यूनियन एकता (उग्राहां) के प्रधान जोगिंद्र सिंह का कहना है कि कैप्टन सरकार को कोरोना से बचाव के लिए जो करना चाहिए था और खेती कानूनों को लेकर किसानों को राहत दिलाने के लिए जो कदम उठाने चाहिए थे वह नहीं उठाए। पंजाब में गांव में स्वास्थ्य सुविधाओं का कोई इंतजाम नहीं है। कोरोना से बचाव के लिए पंजाब सरकार ने कोई तैयारी नहीं की। गांव और शहरों में लोगों की मौतें हो रही हैं। अस्पतालों में ना तो दवाइयां हैं और ना ही पर्याप्त स्टाफ है। 

उन्होंने कहा कि सरकार का फोकस सिर्फ लॉकडाउन लगाने पर हैं। जबकि कोरोना से बचाव के लिए अस्पतालों में स्टाफ और दवाइयों का इंतजाम करने में सरकार पूरी तरह से फेल साबित हुई है। जोगेंद्र ने कहा कि पंजाब में टोल प्लाजा और भाजपा नेताओं के घरों के बाहर किसानों के धरने लगातार चल रहे हैं और उसी गिनती में से 2000 किसान कल से मुख्यमंत्री कैप्टन के निवास के बाहर धरना देंगे। इस धरने में कोरोना से बचाव के लिए सोशल डिस्टेंसिंग के सभी नियमों का पालन किया जाएगा। 



वहीं पंजाब सरकार के मिशन फतेह पर निशाना साधते हुए जोगिंद्र सिंह ने कहा कि पंजाब और केंद्र सरकार एक ही थाली के चट्टे बट्टे हैं। ऑक्सीजन दवाइयों और मेडिकल स्टाफ की व्यवस्था करने में दोनों सरकारें पूरी तरह से नाकाम साबित हुई है। उन्होंने कहा कि पंजाब के गांव में सरकारी तौर पर स्वास्थ्य सुविधाओं का कोई इंतजाम नहीं है। 

इसके साथ कैप्टन सरकार के मेनिफेस्टो पर सवाल उठाते हुए जोगिंद्र सिंह ने कहा कि जो सरकार कहती है कि वह अपने 85 फीसदी वायदे पूरे कर चुकी है, वह बताएं कि क्या किसानों का कर्ज माफ किया है, क्या किसानों की फसल का उचित दाम मिल रहे हैं, क्या हर घर से एक युवा को रोजगार दे पाई है कैप्टन सरकार। अगर नहीं, तो सरकार ने कौन सा वादा पूरा किया है। 



उन्होंने कहा कि चाहे कांग्रेस हो या फिर भाजपा किसानों को अपने हकों की आवाज खुद बुलंद करनी होगी। किसानों को अपने हकों की लड़ाई के लिए स्वयं ही संघर्ष करना होगा। किसान हमेशा अपना हक हासिल करने के लिए संघर्ष करते रहेंगे।

Content Writer

vinod kumar