एन.एस.यू.आई. ने सरकार का पुतला फूंका

7/3/2019 10:37:41 AM

भिवानी : हाल ही में प्रदेश सरकार के अनुसूचित जाति व पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग द्वारा पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप में 14.92 करोड़ व उससे पूर्व 3.5 करोड़ के फर्जीवाड़े व घोटाले का खुलासा होने के बाद एन.एस.यू.आई. के कार्यकत्र्ताओं व पदाधिकारियों में भारी रोष के चलते एन.एस.यू.आई. के प्रदेश सचिव राकेश शर्मा के नेतृत्व में वैश्य कालेज के सामने छात्रों ने प्रदेश सरकार का प्रतीकात्मक पुतला फूंककर घोटाले की निष्पक्ष सी.बी.आई. जांच करवाकर दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की मांग की। 

उन्होंने बताया कि इस घोटाले में कुछ संस्थानों ने फर्जी या दूसरे प्रदेशों के लोगों के आधार कार्ड नम्बर से स्कॉलरशिप के पैसे उठा लिए। पहले विधानसभा की पब्लिक अकाऊंट कमेटी ने भी 3.5 करोड़ के घोटाले की सी.बी.आई. जांच की सिफारिश की थी जोकि विजीलैंस के पास है। जून 2018 से मार्च 2019 तक 2425 स्टूडैंट्स के लिए 11 करोड़ 80 लाख 96 हजार 50 रुपए की राशि स्वीकृत हुई, जिसमें जांच में सामने आया कि 3 करोड़ 63 लाख 38 हजार 725 रुपए की स्कॉलरशिप 1100 पात्र स्टूडैंट्स के हाथ मे पहुंची, लेकिन 6 करोड़ 26 लाख 25 हजार 900 रुपए की, जो राशि 915 छात्रों की दी गई बताया है, वह स्टूडैंट्स ही फर्जी हैं। इसी तरह 2018-19 में 859 छात्रों के लिए 5 करोड़ 34 लाख रुपए जारी हुए लेकिन वहां भी 142 छात्रों के कागजात फर्जी पाए गए, जिन्हें सरकार द्वारा 1 करोड़ 58 लाख रुपए दिए गए हैं।  

वहीं, अब तक हुई जांच में यह भी पाया गया है कि 2016-17 से 2018-19 तक रोहतक, फरीदाबाद, सोनीपत व पानीपत में गबन हुआ। इन सालों में 997 स्टूडैंट्स के नाम पर 8 करोड़ 15 लाख 81 हजार 139 रुपए की राशि जारी हुई लेकिन सिर्फ  35 छात्र ही पात्र पाए गए, जिनके पास सिर्फ 34 लाख 14 हजार 350 रुपए पहुंचे। इसमें 888 फर्जी स्टूडैंट्स के नाम पर 7 करोड़ 8 लाख 84 हजार 961 रुपए दर्ज किए गए हैं।  एन.एस.यू.आई. के जिला अध्यक्ष गौरव तंवर ने बताया कि जिले के सभी कालेजों व सी.बी.एल.यू. में बच्चों के दाखिलों में बढ़ाई हुई फीस को वापस लेने के लिए ज्ञापन सौंपे गए हैं। उन्होंने कहा कि बढ़ी हुई फीस को वापस नहीं लिया गया तो वे प्रदेश स्तर पर एन.एस.यू.आई. आंदोलन करेगी। इस अवसर पर विशाल, रविन्द्र, चुनू, मंजीत, आकाश, सोनू पोकरवास, प्रवीन घणघस, नीशांत फौगाट, अरुण, नीतिन, सुनील, रविंद्र शास्त्री व अशोक डांडमा समेत अनेक कार्यकत्र्ता मौजूद थे। 

Isha