हरियाणा: आटा चक्की चलाने वाले का पुत्र बना न्यूक्लीयर साइंटिस्ट, पूरे देश से चुने गए 30 छात्र

1/8/2021 12:13:26 PM

हिसार (विनोद): हरियाणा के हिसार जिले के गांव मुकलान में आटा चक्की चलाने वाले के बेटे ने कमाल की उपलब्धि हसलि की है। परिवार की मुश्किल स्थितियों के बावजूद यह युवा न्यूक्लीयर साइंटिस्ट बन गया है। गांव के अशोक का चयन भाभा अटोमिक रिसर्च सेंटर के लिए हुआ है। अशोक ने मार्च में भामा अटोमिक रिसर्च सेंटर रिक्रूटमेंट की परीक्षा दी थी। 5 जनवरी को भामा अटोमिक रिसर्च सेंटर की ओर से नतीजे घोषित किए गए हैं। अशोक ने बताया कि पूरे देश से करीब 30 छात्रों का चयन हुआ है और इसमें उनका भी नाम है। अशोक के पिता मांगेराम के पास एक एकड़ जमीन है और वह आटा चक्की चलाकर परिवार का पेट पालते हैं।



 

प्रतिभा की बदौलत अशोक आगे बढ़ा-पिता
अशोक की उपलब्धि पर माता-पिता को गर्व है। पिता मांगेराम ने बताया कि अशोक शुरू से ही पढ़ाई में होनहार था। पैसे के अभाव में गांव के ही उसे सरकारी स्कूल में पढ़ाया और अपनी प्रतिभा की बदौलत अशोक आगे बढ़ा है। अशोक ने अपनी उपलब्धि का श्रेय माता कलावती और पिता मांगेराम को दिया है। अशोक तीन भाई- बहनों में सबसे बड़ा है। उसका एक छोटा भाई विनोद और छोटी बहन ऋतु हैं। अशोक का सपना डा. अब्दुल कलाम जैसा वैज्ञानिक बनने का है। अशोक ने बताया कि बचपन से ही वह अब्दुल कलाम को टीवी व अखबार में देखते थाे तो उनके जैसा बनने की सोचता थे।



16 जनवरी से होगी ट्रेनिंग
अशोक ने गांव के सरकारी स्कूल में दसवीं तक की पढ़ाई करने के बाद 11वीं व 12वीं नॉनमेडिकल से प्राइवेट स्कूल से की। इसके बाद बीटेक मैकेनिकल से की। डा. अब्दुल कलाम जैसा बनने की सपना संजोय अशोक ने मार्च 2020 में  भाभा  अटोमिक रिसर्च सेंटर रिक्रूटमेंट की परीक्षा दी। परीक्षा के बाद इंटरव्यू हुआ और इसके बाद रिजल्ट जारी हुआ है। अशोक ने कहा कि अब 16 जनवरी को मुंबई में उनकी ट्रेनिंग होगी। इसके लिए वह वीरवार को गांव से रवाना हो जाएंगे।



परीक्षा पास करने के लिए रोजाना 12 घंटे की पढ़ाई
अशोक ने बताया कि इस परीक्षा को पास करने के लिए उन्‍होंने 12 घंटे पढ़ाई की। टीवी से दूर रहा और नियमित रूप से अखबार व किताबें पढ़ीं। अशोक ने बताया कि जब भी वह परेशान होते थे तो डा. कलाम की जीवनी पढ़ते था जिससे नई प्रेरणा मिलती थी।

Isha