अशरफ अली का गदर, कई लोगों को तलवारों से काटा (देखें तस्वीरें)

12/26/2016 6:21:36 PM

नूंह (एके बघेल): नूंह जिले के ऐतिहासिक गांधी ग्राम घासेड़ा के सरपंच अशरफ अली इन दिनों चर्चा में हैं। चर्चा का विषय है दबंगई। सरपंच अशरफ का नाम मर्डर से लेकर मारपीट ,लड़ाई -झगड़े से कोई पहली बार नहीं जुड़ा है। इसके बावजूद ऐतिहासिक गांव के सरपंच पद का लाभ उठा कर सफेदपोश नेताओं से लेकर, धन के सहारे खाकी सरपंच पर मेहरबानी दिखाती रही है।


शनिवार को घासेड़ा गांव में सरपंच अशरफ और उसके परिजनों तथा समर्थकों पर आरोप है कि पुरानी रंजिश के चलते उन्होंने सुबानद्दीन कुरैशी के परिवार पर हथियारों ,लाठी डंडों से लैस होकर हमला किया। घर पर गैस सिलेंडर फेंके, गोली चलाई ,पथराव किया। जो सामने पड़ा उसी पर ताबड़तोड़ हमला किया। हमले में महिलाओं को भी नहीं छोड़ा। हाथ -पैर तोड़ दिए ,पीड़ित सरपंच अशरफ अली से छोड़ने की गुहार करते रहे ,लेकिन जब तक उसका मन नहीं भरा, कुरैशी परिवार के साथ जुल्म किया गया। इस झगड़े में दो महिलाओं सहित आधा दर्जन से अधिक लोग घायल हुए ,जिनमें से हबीब कुरैशी सफदरजंग अस्पताल दिल्ली में मौत और जिन्दगी की जंग लड़ रहा है। 


पीड़ित परिवार पुलिस से न्याय की गुहार लगा रहा है। लेकिन खाकी जांच की बात कहकर मामले को हल्के में ले रही है। इसी साल ही सरपंच अशरफ पर मर्डर का मामला दर्ज हुआ था ,लेकिन खाकी उस पर मेहरबान हुई ,तो कुछ सफेदपोश भी वोट की राजनीति के चलते उन्हें बचाने में जुट गए। सरपंच अशरफ की दबंगई से गांव के लोग भयभीत हैं। पुलिस उसके बावजूद भी किसी को गिरफ्तार नहीं कर पाई है। 


पीड़ित पक्ष ने कहा है कि अगर आरोपियों की गिरफ्तारी के साथ सही धाराओं को मुकदमे में ईजाद नहीं किया गया तो सड़क जाम करने से भी पीछे नहीं हटेंगे। पीड़ित दर्द से करहाते हुए इंसाफ के लिए पुलिस के चक्कर काट रहे हैं और दबंग सरपंच अशरफ अली पर छापेमारी करने के बजाय जांच का बहाना बना रही है। नूंह पुलिस ने घासेड़ा गांव के सरपंच अशरफ अली सहित 14 लोगों के खिलाफ घर में घुसकर मारपीट इत्यादि का मामला दर्ज कर लिया है। लेकिन हत्या का प्रयास , महिलाओं से छेड़छाड़ जैसी धाराओं का एफ आई आर में जिक्र तक नहीं है। 


महात्मा गांधी की यादों से जुड़े इस ऐतिहासिक गांधी ग्राम घासेड़ा के लोग सरपंच अशरफ की दबंगई से डरे हुए हैं। लगातार तीन बार सरपंच बने अशरफ अली के खिलाफ जो आवाज बुलंद करता है ,उसका हाल इस कुरैशी परिवार की तरह ही होता है। थाना प्रभारी अशोक कुमार आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी की बात तो कह रहे हैं ,लेकिन गोली बरामदगी पर सर पकड़ लेते हैं।