हड़ताल पर चली जाएंगी प्रदेश के सरकारी अस्पतालों की नर्सेज

3/5/2018 9:38:10 PM

डेस्क: प्रदेश में सरकारी अस्पतालों के नर्सिंग स्टॉफ हड़ताल पर जा सकते हैं। ऐसा इसलिए पे बैंड में वृद्धि व नर्सिंग भत्तों की मांग को लेकर काफी लंबे समय स्वास्थ्य विभाग की नर्स आंदोलनरत हैं।आज भी विभिन्न जिलों में नर्सों ने काले बैज लगाकर अपना विरोध दर्ज करवाया है। इस दौरान नर्सिंग स्टॉफ ने विरोध तो जताया लेकिन अपना कर्तव्य निभाते हुए आमजन के हित में अपनी ड्यूटी भी पूरी की। 

उल्लेखनीय है कि 4200 से 4600 के ग्रेड पे व 7200 रूपए नर्सिंग अलाउंस की मांग को लेकर हरियाणा का नर्सिंग स्टाफ कई सालों से अपनी मांगों को लेकर आंदोलन रत है। जब कोई आंदोलन होता है तो सरकार बातचीत के लिए बुलाकर मांगे पूरी करने आश्वासन दे देती है। लेकिन हर बार सरकार केवल आश्वासन तक ही सीमित रह जाती है। लेकिन इस बार नर्सों ने अपने आंदोलन को बड़ा करने का ऐलान कर दिया है। अभी उन्होंने सभी सरकारी हस्पतालों में काले बैज लगा कर काम करते हुए अपना विरोध दर्ज करवाया हैं, लेकिन इनका यह ऐलान है कि सरकार अगर नहीं मानी तो पूरे प्रदेश में हड़ताल की जा सकती है। 



दूसरे प्रदेशों में दिया जा रहा नर्सिंग अलाउंस
रोहतक(दीपक भारद्वाज): नर्सिंग एसोसिएशन की जिला अध्यक्ष संतोष अहलावत का कहना है कि स्वास्थय विभाग में जो कर्मचारी उनसे नीचे के पे बैंड में थे, वे आज उनसे आगे जा चुके हैं, जबकी नर्सिंग स्टाफ की योग्यता भी उनसे ज्यादा है। दूसरे प्रदेशों में नर्सिंग अलाउंस दिया जाता है, लेकिन उन्हें नर्सिंग अलाउंस नहीं मिलता है। इसलिए उन्हें मजबूरन आंदोलन करना पड़ा।

स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज से भी मिले, नहीं हुई सुनवाई
भिवानी(अशोक भारद्वाज):नागरिक अस्पताल भिवानी की नर्सिग स्टाफ एसोसिएशन ने काले बिल्ले लगाकर कार्य करते हुए सरकार का विरोध जताया। नर्सिग स्टाफ एसोसिएशन हरियाणा की प्रधान सुनीता देवी ने कहा कि वह अपनी मांगों के बारे में पहले भी कई बार सरकार से कह चुके है लेकिन उनकी मांगों की तरफ सरकार कोई ध्यान नही दे रही है। वह इस बारे में स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज व अन्य कई अधिकारियों से भी मिल चुके हैं लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है।



हायर एजुकेशन के लिए नहीं मिल रही छात्रों छुट्टियां
अंबाला(अमन कपूर): नर्सिंग स्टाफ असोसिएशन की प्रदेश महासचिव सिस्टर निशा ने नर्सिंग स्टाफ की दिक्कतों के बारे में बताते हुए कहा कि सरकार सालों से कर्मचारियों की सुनवाई नहीं कर रही। नर्सिंग स्टाफ चाहती हैं कि उन्हें केंद्र के समान वेतन और पेबैंड, ट्रांसफर और प्रोमोशन पॉलिसी में राहत मिले। बीएससी और एमएससी के बाद मिलने वाला इंक्रीमेंट बन्द कर दिया गया है। हायर एजुकेशन के लिए स्टडी लीव के तहत छुट्टियां नहीं मिल रही हैं। सीनियर स्टाफ की प्रमोशन की भी कोई सही पॉलिसी नहीं है।

दो दिन तक करेंगे काले बिल्ले लगाकर विरोध
बहादुरगढ़(प्रवीण धनखड़): बहादुरगढ़ में भी नागरिक अस्पताल की स्टाफ नर्सों ने काले बिल्ले लगाकर अपना विरोध जताया है। स्टाफ नर्स एशोसिएशन के बहादुरगढ़ अध्यक्ष सुदेष ने बताया कि दो दिन तक वो काले बिल्ले लगाकर सरकार की नीतियों का विरोध करेंगी। और साथ में काम भी करती रहेंगी। इनका कहना है कि अगर सरकार ने फिर भी इनकी मांग नही मानी तो वो अपना आन्दोलन तेज कर देंगी।



टोहाना(सुशील सिंगला): छटे वेतन आयोग में नर्सिग अलाऊंस की खामियों को लेकर टोहाना के नागरिक अस्पताल की नर्स विरोध में उतरी। इस विरोध में उनका तरीका अलग रहा उन्होने काले बैंज लगा कर अपना विरोध दर्ज करवाया। स्टाफ नर्स प्रधान किन्दू बाला बताया कि हम सरकार के प्रति रोष व्यक्त कर रहे है क्योकि पिछले माह जो हमारी विभाग के साथ बैठक हुई थी वो संतोषजनक नहीं रही जिसके बाद सभी स्टाफ नर्स ने बैठक की जिसमें तय हुआ कि हम सब काले बैज लगा कर अपना विरोध प्रकट करेगे पर अपनी सेवाएं सुचारू रखेंगे।