नर्सों ने जिला स्वास्थ्य विभाग के खिलाफ खोला मोर्चा, आईसोलेशन में नहीं है कोई जरूरी उपकरण

4/4/2020 12:01:36 PM

फिरोजपुरझिरका (ब्यूरो) : शुक्रवार दोपहर में जिला स्वास्थ्य विभाग के दो दर्जन से अधिक स्वास्थ्य कर्मचारियों ने जिला स्वास्थ्य विभाग नूंह के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। खासकर महिला स्टाफ नर्सों ने कहा कि पिछले 3 दिनों से कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीजों को वह आइसोलेशन वार्ड के अंदर देख रहे हैं। उनमें से तीन मरीज पॉजिटिव भी निकले हैं। लेकिन जरूरी उपकरण और सामग्री उनके पास नहीं है। सुविधाएं न होने के कारण कोरोना के संक्रमण में आ सकते हैं। 

सभी स्वास्थ्यकर्मियों ने मिलकर एक पत्र जिला अस्पताल मांडीखेड़ा को भेजा है जिसमें दर्जनों कर्मचारियों ने अपने हस्ताक्षर किये है। इन कर्मचारियों की मांग है कि आइसोलेशन वार्ड में जितने भी कर्मचारी कार्य कर रहे हैं उन पर जरूरी उपकरण नहीं है। अलग से कर्मचारियों के लिए आइसोलेट के लिए कोई कमरा भी नहीं बनाया गया है। इस कार्य करने के बाद वह अपने परिवारों के साथ रहने के लिए मजबूर है।

यहां ड्यूटी के बाद अस्पताल परिसर में बने क्वार्टरों में चले जाते हैं। जिससे उनके परिवारों को इस संक्रमण के संपर्क में आने का खतरा बना हुआ है। इन कर्मचारियों ने बातचीत करते हुए कहा कि अगर सरकार यही चाहती है कि उनके परिवार भी खतरे में पड़ जाए तो वे इसी प्रकार बगैर उपकरण के भी काम करने के लिए तैयार हैं। वे देश सेवा के लिए तत्पर हैं लेकिन जिला प्रशासन और केंद्र व राज्य की सरकार को उनके लिए जरूरी उपकरण उपलब्ध कराने होंगे। जिससे कि हमारे परिवार भी इस महामारी के संपर्क में आने से बच जाएं।

इन कर्मचारियों ने चेतावनी दी है कि यदि 2 दिन के अंदर पूरी सुविधाएं आइसोलेशन वार्ड में नहीं मिली तो वह काम करना बंद कर देंगे। क्योंकि वे अपने परिवारजनों की जान जोखिम में नहीं डाल सकते। जिला अस्पताल मांडीखेड़ा के एसएमओ डाक्टर लोकवीर ने बताया कि संबंधित स्टाफ नर्स व अन्य कर्मचारियों की तरफ से शिकायत मिली है। लेकिन जिला स्वास्थ्य विभाग के पास रात्रि में सभी प्रकार के उपकरण और सामान पर्याप्त मात्रा में आ गए हैं। उन्हें किसी प्रकार के डर की आवश्यकता नहीं है। अलग से आइसोलेशन वार्ड में कार्य करने वाले कर्मचारियों और चिकित्सकों के लिए भी सुरक्षित वार्ड का बंदोबस्त किया जा रहा है।

Isha