महाराजा सूरजमल के गलत चित्रण से जाट समाज को आपत्ति, जताया इतराज

12/10/2019 11:32:08 AM

पानीपत (खर्ब) : पानीपत फिल्म में महाराजा सूरजमल के गलत चित्रण से हरियाणा-राजस्थान का जाट समाज विरोध में आ गया है। अब जाट समाज ने फिल्म निर्देशक के खिलाफ मुकद्दमा दर्ज कराने और एस.पी., डी.सी. को ज्ञापन देने का ऐलान कर दिया है। जाट समाज ने रोहतक में भी बड़ी बैठक बुला ली है। बताने योग्य है कि पानीपत-द ग्रेट बिटे्रयल फिल्म अभी रिलीज हुई है। जिसमें पानीपत की लड़ाई में मराठों की सहायता के लिए महाराजा सूरजमल द्वारा आगरा का किला मांगने की बात गलत दिखाई गई है।

पानीपत की तीसरी लड़ाई में मराठे सदाशिव भाउ के नेतृत्व में अहमदशाह अब्दाली से हार गए थे। मराठों की हार के बाद जो बचे हुए सैनिक महिलाएं व बच्चे थे, उनकी हरियाणा व राजस्थान के जाट समाज ने भरपूर सहायता व घायलों का ईलाज किया था। जबकि पानीपत फिल्म में भरतपुर के महाराजा सूरजमल का गलत चित्रण दिखाया गया है। इससे राजस्थान में महाराजा सूरजमल के वंशजों के अलावा जाट समाज नाराज है। हरियाणा के जाट समाज में भी इस पर एतराज किया है।

हरियाणा में आरक्षण को लेकर आंदोलन कर चुकी अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति के नेताओं ने भी पानीपत फिल्म पर बैन लगाने की मांग कर दी है। अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति के नेता यशपाल मलिक का कहना है कि हरियाणा में भी पानीपत फिल्म को लेकर विरोध शुरू हो गया है। जाट नेता यशपाल मलिक ने इसी सिलसिले में रोहतक में प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक बुलाई है। यशपाल मलिक ने सी.एम. मनोहर लाल खट्टर से मांग की है कि फिल्म को पूरे प्रदेश में तुरंत बंद करवाया जाए। मलिक ने कहा कि फिल्म में महाराजा सूरजमल का चरित्र हनन किया गया है। इसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि फिल्म के निर्देशक के खिलाफ  मामला दर्ज कराएंगे। मंगलवार को जाट समाज प्रदेश के सभी एस.पी. और डी.सी. को ज्ञापन देंगे।


पानीपत फिल्म में भरतपुर के संस्थापक महाराजा सूरजमल के गलत चित्रण के विरोध में हरियाणा-राजस्थान के बड़े जाट नेता भी विरोध में उतर आए हैं। राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, राजस्थान के सांसद हनुमान बैनीवाल, रोहतक के पूर्व सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा, राजस्थान के पर्यटन मंत्री व महाराजा सूरजमल जाट के 14वें वंशज विश्वेंद्र सिंह ने फिल्म को रोकने की मांग की है। महाराजा सूरजमल के वंशज विश्वेंद्र सिंह का कहना है कि महाराजा सूरजमल ने 6 महीने तक बची हुई मराठा सेना और पेशवाओं की हर प्रकार की सहायता की थी।

पानीपत फिल्म में महाराजा सूरजमल का चित्रण गलत
कैप्टन अभिमन्युपूर्व वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु ने कहा कि भरतपुर के दूरदर्शी, साहसी एवं समावेशी सोच को आत्मसात करने वाली भारतीयता के प्रतीक महाराजा सूरजमल को लेकर पानीपत फिल्म में जो गलत चित्रण किया गया है, उसकी जितनी भत्र्सना की जाए कम है।

भारतीय इतिहास के युग पुरुषों में महाराजा सूरजमल का नाम आदर भाव से लिया जाता है। ऐसे महान व्यक्तित्व की छवि को धूमिल किया जाना ङ्क्षनदनीय है। इतिहास इस बात का साक्षी है कि अगर सदाशिव भाऊ पेशवा ने महाराजा सूरजमल को साथ लिया होता और उनके रणनीतिक सुझावों पर चलते, तो पानीपत के तीसरे युद्ध का परिणाम भारत की जीत होता और देश का इतिहास अलग होता। हमें नहीं भूलना चाहिए कि युद्धोपरांत महाराजा सूरजमल ने सभी मराठा परिवारों को सम्मान पूर्वक शरण एवं सुरक्षा प्रदान की थी।

Isha