जिला समाज अधिकारी कार्यालय ने बदला प्रोफॉर्मा, अब मैडीकल जांच के लिए नहीं लिया जाएगा नंबर

12/27/2019 12:22:10 PM

जींद (मलिक) : बुढ़ापा पैंशन के लिए जिन लोगों के पास उम्र के प्रमाण नहीं हैं, उनकी उम्र की जांच के लिए मैडीकल बोर्ड की रिपोर्ट को लेकर जो प्रोफॉर्मा अब तक जींद में जिला समाज कल्याण अधिकारी कार्यालय इस्तेमाल करता रहा है, उसे विभाग ने अब बदल दिया है। विभाग अब प्रदेश के समाज कल्याण विभाग के मुख्यालय द्वारा जारी प्रोफॉर्मा को ही मैडीकल जांच के लिए इस्तेमाल करेगा। पुराने प्रोफॉर्मा पर मैडीकल जांच के लिए अब जिला समाज कल्याण अधिकारी कार्यालय नंबर नहीं लगाएगा। इस आशय के आदेश जिला समाज कल्याण अधिकारी सरोज देवी ने जारी कर दिए हैं। 

गौरतलब है कि बुढ़ापा पैंशन को लेकर बुजुर्गों की उम्र की जांच के लिए मैडीकल बोर्ड की रिपोर्ट को लेकर जो प्रोफॉर्मा समाज कल्याण विभाग के प्रदेश मुख्यालय ने जारी किया है, उसे जींद में जिला समाज कल्याण अधिकारी कार्यालय ने अपने स्तर पर बदल डाला था। बदले हुए प्रोफॉर्मा में बुढ़ापा पैंशन के लिए मैडीकल बोर्ड से अपनी उम्र की जांच के लिए आवेदन करने वाले लोगों के मोबाइल नंबर से लेकर आधार कार्ड और वोटर कार्ड तक की जानकारी के कालम बना दिए गए थे जबकि विभाग के मुख्यालय के प्रोफॉर्मा में मोबाइल नंबर, आधार कार्ड और वोटर कार्ड की जानकारी के कालम ही नहीं हैं।

मोबाइल नंबर के जरिए ही बुढ़ापा पैंशन बनवाने को लेकर दलालों के नैटवर्क में शामिल लोग बुजुर्गों से संपर्क साधकर उनसे पैंशन बनवाने के नाम पर पैसे मांगे जा रहे थे। पंजाब केसरी ने इस बड़े मामले को उजागर किया था। डी.सी. डॉ. आदित्य दहिया ने भी जिला समाज कल्याण अधिकारी सरोज देवी को आदेश दिए थे कि मैडीकल जांच को लेकर प्रोफॉर्मा वही होना चाहिए जो विभाग के मुख्यालय ने जारी किया हुआ है। 

पंजाब केसरी में प्रकाशित समाचार और डी.सी. डॉ. आदित्य दहिया के निर्देशों के बाद जिला समाज कल्याण अधिकारी कार्यालय ने बुढ़ापा पैंशन को लेकर बुजुर्गों की उम्र की जांच की रिपोर्ट के लिए मैडीकल प्रोफॉर्मा को बदल दिया है। अब जींद में भी वही प्रोफॉर्मा इस्तेमाल किया जाएगा, जो प्रदेश मुख्यालय ने जारी किया हुआ है। जिला समाज कल्याण अधिकारी सरोज देवी ने कहा कि हाल ही में बुढ़ापा पैंशन के लिए बुजुर्गों की उम्र की जांच के लिए जो कैंप लगाया गया था, उसमें नया और बदला हुआ प्रोफॉर्मा इस्तेमाल किया गया।

कुछ मामलों में अगर पुराना प्रोफॉर्मा इस्तेमाल किया गया तो वह फोटो स्टेट की दुकान से लिया गया होगा। उन्होंने आदेश जारी कर दिए हैं कि पुराने प्रोफॉर्मा पर जिला समाज कल्याण अधिकारी कार्यालय द्वारा नंबर नहीं लगाया जाए। जब तक विभाग का नंबर नहीं लगा होगा तब तक मैडीकल बोर्ड किसी बुजुर्ग की उम्र की जांच नहीं कर सकता। यह नंबर लगने के बाद ही मैडीकल बोर्ड संबंधित बुजुर्ग की उम्र की जांच कर उस पर अपनी रिपोर्ट करता है। 

Isha