नए लुक में नजर आएंगे पुराने राशन कार्ड, 2 करोड़ 60 लाख की आएगी लागत

8/20/2017 11:25:16 AM

फरीदाबाद (पूजा शर्मा):सालों पहले बने राशन कार्ड अब नए लुक नजर में नए आएंगे। अब इनके न तो उनके फटने का डर रहेगा और न ही पानी में खराब होने का डर रहेगा। बताया जा रहा है कि करीब 2 करोड़ 60 लाख रुपए की लागत खर्च से इन कार्डों को तैयार किया जाएगा। सिक्यूरिटी प्रिंट कंपनी द्वारा नए राशन कार्डों की डिजाइन तैयार की जा रही है। सबकुछ ठीक रहा तो अक्तूबर माह से कार्ड बनने भी शुरू हो जाएंगे। 

दरअसल फूड सिविल सप्लाई एडं कंज्यूमर अफेयर विभाग ने वर्ष 2005 में अंतिम बार राशन कार्ड बनाए गए थे। इसके बाद नए कार्ड बनाना बंद कर दिया था। एक राशन कार्ड की समयावधि 5 साल होती है। इसलिए वर्ष 2010 में इन्हें दोबारा बनाना था, लेकिन हर बार सरकार की ओर से कोई न कोई नई योजना बनाए जाने के चलते इसका कार्य बीच में रोक दिया जाता और पुराने राशनकार्ड को हर 6 महीने के लिए रिन्यू कर दिया जाता। साल 2013 में विभाग की ओर से दिल्ली की तर्ज पर राशन कार्ड की जगह स्मार्ट कार्ड बनाने की भी योजना बनाई गई, लेकिन यह योजना भी विभाग के सिरे नहीं चढ़ पाई। इसके बाद अब डिपार्टमेंट ने नए राशनकार्ड बनाए जाने का निर्णय लेकर इसका प्रोसिस शुरू कर दिया है।

कार्ड पर 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' का होगा संदेश
इस बार राशन कार्ड एक नए प्रारूप में नजर आएगे। नए राशन कार्ड में इस बार दो कॉलम बढ़ाए जा रहे हैं, वहीं परिवार के सभी सदस्यों की फोटो आधार कार्ड वाली ही प्रयोग की जाएगी। इसके अलावा राशन कार्ड में यूएचआईडी नंबर भी अंकित होगा। जिसके आधार पर लोगों को राशन मिलेगा। फूड सिविल सप्लाई एंड कंम्यूमर अफेयर के फाइनेंस कमिश्नर एस.एस. प्रसाद का कहना है कि नए राशन कार्ड बनाने का प्रोसेस तेजी से किया जा रहा है। 

यह होगा फायदा
- उपभोक्ता अपने राशन का रिकॉर्ड ऑनलाइन देख सकेगा।
- डिपो होल्डर पात्र उपभोक्ताओं का राशन नहीं डकार सकेंगे।
राशन वितरण में पारदर्शिता आएगी।
एक राशन डिपो पर निर्भर रहने की जरुरत नहीं रहेगी, किसी भी डिपो से कार्ड धारक ले सकेंगे राशन