बीरेंद्र सिंह की 101 वीं जयंती पर केंद्र सरकार ने डाक टिकट जारी कर सभी वर्गों को सम्मान दिया: ओम प्रकाश

2/20/2023 6:38:02 PM

नारनौल: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसान,मजदूर,व्यापारी व 36 बिरादरी के नेता रहे पूर्व केंद्रीय मंत्री व पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय राव बीरेंद्र सिंह की 101 वी जयंती पर डाक टिकट जारी कर किसान मजदूर व्यापारी व अन्य सभी वर्गों को सम्मान देने का कार्य किया है। उक्त बातें प्रदेश के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री ओमप्रकाश यादव ने राव बिरेंद्र सिंह के नाम पर डाक टिकट जारी कार्यक्रम से लौटकर नारनौल में एक जारी बयान में कही।

मंत्री ओमप्रकाश यादव ने कहा कि वे भारत सरकार के साथ-साथ हरियाणा सरकार का भी पूर्व मुख्यमंत्री राव बीरेंद्र सिंह के नाम पर टिकट जारी करने पर इलाके की जनता की तरफ से आभार प्रकट करते हैं। उन्होंने कहा कि जोहरी ही हीरे की कीमत जानता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वर्गीय राव बिरेंदर सिंह की कीमत को जानने का कार्य किया है व उनके द्वारा अपनी सत्ता काल में किए गए कार्यों की बदौलत उनकी जयंती पर डाक टिकट जारी कर जो सम्मान किया है वह सराहनीय है।

मंत्री ओमप्रकाश यादव ने कहा कि स्वर्गीय राव बीरेंद्र सिंह हरियाणा के गठन के बाद दूसरे मुख्यमंत्री और देश के पहले गैर कांग्रेसी मुख्यमंत्री रहे। उन्होंने अपने जीवन काल में कई ऐसे ऐतिहासिक फैसले लिए, जिनको इतिहास में सदा याद किया जाएगा। मंत्री ओमप्रकाश यादव ने बताया कि राव बिरेंद्र सिंह जब केंद्र में सिंचाई मंत्री थे तो उन्होंने हरियाणा पंजाब व राजस्थान के तत्कालीन मुख्यमंत्रियों को बैठाकर एसवाईएल का समझौता करवाया था।

जिसमें हरियाणा को उसके हिस्से का पानी मिल जाता तो दक्षिणी हरियाणा में आज से 10 साल पहले जो पानी का संकट था वह नहीं पैदा होता। उन्होंने बताया कि उस समय के पंजाब प्रदेश के मुख्यमंत्री व राजस्थान के मुख्यमंत्री ने इस बात को लेकर विरोध कर दिया कि हरियाणा को एसवाईएल समझौते में जो पानी दिया गया है वह गलत दिया गया है और वह राव बीरेंद्र सिंह हरियाणा से संबंध रखते हैं इसलिए उन्होंने हरियाणा के लिए एसवाईएल का समझौता कराया है।

एक समय था जब राव बीरेंद्र सिंह ने केंद्र में सिंचाई मंत्री रहते हुए हरियाणा के हक में एसवाईएल का समझौता करवाया तो पंजाब व अन्य प्रदेश के मुख्यमंत्रियों के विरोध के चलते तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी को यह समझौता रद्द करने को कहा तो तत्कालीन सिंचाई मंत्री राव वीरेंद्र सिंह ने लोकसभा में एसवाईएल पर चर्चा में भाग लेते हुए कहा था कि वे अपने स्वाभिमान व हरियाणा के हितों के लिए कभी समझौता नहीं करेंगे व ना ही ऐसी पार्टी में रहना पसंद करेंगे।

एसवाईएल का समझौता हरियाणा के हितों से जुड़ा समझौता है और उन्होंने प्रधानमंत्री राजीव गांधी को लोकसभा में अपना त्यागपत्र सौंप दिया पार्टी छोडने का ऐलान किया और चल दिए थे। राव बिरेंद्र सिंह ने देश आजाद होने के बाद पूरे देश में कांग्रेस की तूती बोलती थी तो हरियाणा में कांग्रेस से बगावत कर मुख्यमंत्री बन गए थे और उन्होंने प्रकाश सिंह बादल,ज्योति बसु व अन्य मुख्यमंत्रियों को भी प्रोत्साहित किया व अंदर खाने समर्थन कर कांग्रेस के खिलाफ बिगुल बजा दिया और कांग्रेस हरियाणा के साथ-साथ देश से कमजोर होने लगी और विपक्ष मैं बैठ गई और एक समय था कि स्वयं स्वर्गीय पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी कांग्रेस को कमजोर होते देख चिंतित होकर राव बिरेंद्र सिंह के रामपुरा हाउस पहुंची तो स्वर्गीय राव बिरेंदर सिंह ने स्वर्गीय इंदिरा गांधी के सम्मान में दोबारा से कांग्रेस ज्वाइन की और पूरे देश में स्वर्गीय इंदिरा गांधी के साथ कांग्रेस का प्रचार किया चुनाव में कांग्रेस ने भारी जनसमर्थन मिला और स्वर्गीय इंदिरा गांधी देश की प्रधानमंत्री बनी और उन्होंने तुरंत अपने बाद पहले नंबर पर स्वर्गीय राव बिरेंद्र सिंह को शपथ जलाकर अनेकों महकमों का मंत्री बनाया था।

सोमवार को पूर्व मुख्यमंत्री स्व.राव बिरेन्द्र सिंह की जयती पर आयोजित भारत सरकार द्वारा जारी डाक टिकट  कार्यक्रम में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने भी अपने संदेश भाषण में स्वर्गीय राव बीरेंद्र सिंह द्वारा अपने सत्ता काल में लिए गए फैसलों को देश व आम जनता के लिए बढ़ते कदम बताया है। एक समय था जब केंद्र में स्वर्गीय राव बीरेंद्र सिंह कृषि मंत्री थे तो उन्होंने किसानों को उनकी फसल का अच्छा भाव दिया था तब हरियाणा के साथ-साथ देश में एक कहावत शुरू हो गई थी कि राव आया भाव आया उन्होंने अपने कृषि मंत्री काल में अनेकों ऐसी योजनाएं बनाई जिनका फायदा आज भी देश के किसानों को हो रहा है।

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Content Editor

Ajay Kumar Sharma