BJP विधायक के सरकारी स्कूल में 10वीं कक्षा के 40 बच्चों में केवल 4 पास

5/27/2017 11:04:28 AM

पानीपत (अनिल राठी):हरियाणा सरकार शिक्षा के स्तर को ऊंचा उठाने के लिए करोड़ों रुपए खर्च कर रही है और हरियाणा की बेटियां शिक्षा का अधिकार लेने के लिए अनशन पर बैठी है व आंदोलन कर रही है। वहीं पानीपत जिले से निर्दलीय विधायक व भाजपा को समर्थन देने वाले रविंदर मछरौली गांव के सरकारी स्कूल का शिक्षा स्तर गिरता जा रहा है। अध्यापकों ने शिक्षा के गिरते स्तर का ठीकरा सरकार पर फोड़ा। उन्होंने कहा कि सरकार समय पर बच्चो के लिए किताबें उपलब्ध नहीं करवाती। 

गांव मछरौली के स्कूल का इस साल का 10वीं कक्षा का परिणाम केवल 10% रहा।  पिछले वर्ष 54 बच्चों में से केवल 8 बच्चें पास हुए और इस वर्ष 40 बच्चों में से केवल 4 बच्चे ही पास हुए। उसी के चलते ग्राम पंचायत और अभिवावकों में रोष है। उनका कहना है कि अध्यापक नहीं पढ़ाते,गुटबाजी करते हैं। वे जातिवाद फैला रहे हैं और यही कारण है बच्चे स्कूल छोड़कर जा रहे हैं। 

10वीं कक्षा के खराब रिजल्ट का ठीकरा सरकार पर फोड़ा
अध्यापकों ने शिक्षा के गिरते स्तर का ठीकरा सरकार पर फोड़ा है। विधायक रविंदर मछरौली के सरकारी स्कूल में कुल 25 अध्यापक है और 393 बच्चे स्कूल में पढ़ते हैं। यह स्कूल 12वीं कक्षा तक है। आज जब हमने स्कूल के अध्यापकों से बात की तो उन्होंने 10वीं क्लास के खराब रिजल्ट आने का ठीकरा सरकार के ऊपर फोड़ा दिया। उनका कहना था कि सरकार बार-बार अध्यापकों की बदली कर रही है जिससे बच्चों को पढ़ाने का मौका नहीं मिल रहा है। उनका कहना है कि पहली क्लास से लेकर 8वीं क्लास तक सरकार के द्वारा अभी तक कोई भी किताब उपलब्ध नहीं करवाई गई है। जबकि अगर हम निजी स्कूल की बात करें तो उन स्कूलों में आधे से ज्यादा सिलेबस खत्म भी हो चुका है। 11वीं कक्षा की अध्यापिका दुर्गा देवी से पूछा गया कि आपकी क्लास में कितने बच्चे हैं तो उनका कहना था केवल 5 बच्चे हैं। पिछले वर्ष 40  बच्चे थे जो अब केवल 5 रहे गए हैं। कहीं न कहीं कमी तो जरूर है जो स्कूल के शिक्षा के स्तर को गिरा रही है। 

जातिवाद का जहर घोल रही सरकार-सरपंच कृष्णा देवी
गांव की सरपंच कृष्णा देवी का कहना है कि प्रिंसिपल पढ़ाई की तरफ कोई ध्यान नहीं दे रही है। वह जातिवाद का जहर घोल रही है। हम सरकार से मांग करते हैं कि इस प्रिंसिपल की यहां से बदली कर दी जाए और उसके बाद हम आपको स्कूल का रिजल्ट लाकर दिखाएंगे। 

ग्रामीणों की सरकार से अपील- स्कूलों पर सख्त से सख्त उठाएं कदम 
पंचायत के लोगों का कहना है विधायक 15 अगस्त को झंडा फहराने आते हैं और चले जाते हैं। सभी अध्यापक उनके द्वार पर माथा टेकते हैं शिक्षा के नाम पर या कुछ नहीं होता। फेल हुए बच्चों के अभिभावको का कहना है कि यहां पढ़ाई नहीं होती अध्यापक ठीक नहीं है। अध्यापक सारा दिन बैठकर समोसे खाते हैं और हमें बाहर काम करने के लिए भेज देते हैं पढ़ाई यहां पर ध्यान नहीं दिया जाता। ग्रामीणों ने सरकार से अनुरोध किया है कि सरकार जल्दी से ऐसे सभी स्कूलों पर सख्त से सख्त कदम उठाएं ताकि बच्चे पढ़ लिखकर अच्छे नागरिक बन सके।