मौसम की मार,  60% ही हुई गेहूं की आवक मंडी लगी सिमटने

4/23/2022 4:38:16 PM

यमुनानगर(सुरेंद्र मेहता): इस बार मौसम की मार के चलते किसानों को भारी नुकसान हुआ है। पिछले साल इस अवधि तक जितनी गेहूं मंडियों में आई थी इस बार उसका मात्र 60% ही गेंहू मंडियों में अब तक आई है। मंडियों में अब इक्का-दक्का किसान ही गेहूं लेकर आ रहे हैं।
 

यमुनानगर में भी हरियाणा की अन्य अनाज मंडियों जैसा हाल है। प्रदेश भर में जहां मंडिया अब सिमटने लगी हैं। वही यमुनानगर का भी हाल कुछ ऐसा ही है।  पिछले वर्ष इस अवधि तक मंडियों में जितना गेहूं आया था। उसका 50 से 60% तक गेहूं ही मंडियों में आया है। इसी कारण मंडियों से उठान भी समय पर हो चुका है। गेहूं का पैसा भी किसानों के  खातों में जा चुका है। यमुनानगर अनाज मंडी के सचिव एवं एग्जीक्यूटिव ऑफिसर ऋषि राज ने बताया कि पिछले साल इस अवधि तक 4 लाख11000 क्विंटल गेहूं आ चुकी थी। जबकि इस बार अभी तक 2लाख60000 क्विंटल गेहूं ही आई है। जिसमें से 1लाख10000 क्विंटल गेहूं वेयर हाउस ने खरीदा है जबकि 1लाख50000 क्विंटल गेहूं फूड एंड सप्लाई विभाग ने खरीदा है। उन्होंने कहा कि इसमें से 98% गेहूं की लिफ्टिंग हो चुकी है। और गेहूं की राशि संबंधित एजेंसियों द्वारा किसानों के खातों में भेजी जा चुकी है।

हरियाणा  भर से प्राप्त सूचनाओं के अनुसार इस बार मौसम लगातार करवट लेता रहा। जिसके चलते गेहूं के दाने का साइज भी छोटा रहा और फसल तैयार भी जल्दी हो गई। लेकिन गेहूं पहले से मात्र आधी मात्रा में ही खेतों से निकला। जिसको लेकर प्रदेशभर के किसान व विपक्षी नेता किसानों के लिए बोनस की मांग कर रहे हैं। जबकि सरकारी पूल में भी इस बार गेंहू काम के होने से कई तरह की दिक्कतें पेश आएंगी।

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Isha