बेटे ने फोन कर दी थी धमकी, धनखड़ ने बंद कमरे में माफी मांगकर निपटाया मामला

1/11/2018 12:10:32 PM

महेंद्रगढ़(ब्यूरो): सतनाली गांव के सरपंच प्रतिनिधि को धमकी देने के मामले में सांसद धर्मबीर के घर बंद कमरे में कृषि मंत्री अोपी धनखड़ के हाथ जोड़कर माफी मांगने के बाद मामला निपट गया। सरपंच प्रतिनिधि उदय सिंह ने कहा कि कृषि मंत्री ने बेटे की गलती के लिए माफी मांग ली है। अब गिले-शिकवे दूर हो गए हैं। मंत्री से अब कोई शिकायत नहीं है। सरपंच प्रतिनिधि उदय सिंह को कृषि मंत्री अोपी धनखड़ के बेटे आदित्य धनखड़ ने फोन कर धमकी दी थी। इस मामले में ग्रामीण नाराज हो गए थे अौर मामला तूल पकड़ गया था। सांसद धर्मबीर सिंह ने सतनाली पंचायत प्रतिनिधि उदय सिंह व रेल संघर्ष समिति के प्रतिनिधि मंडल के सदस्यों को मंत्री ओपी धनखड़ से बातचीत के लिए गत शाम अपने आवास पर बुलाया था। इस निमंत्रण पर सतनाली से 20 लोगों का एक प्रतिनिधमंडल सरपंच प्रतिनिधि उदय सिंह की अगुवाई में सांसद के आवास पर पहुंचा।

बैठक में मौजूद सदस्यों ने बताया कि बैठक में सरपंच प्रतिनिधि व उनके साथ गए सभी लोगों ने सारे घटनाक्रम की जानकारी मंत्री व सांसद को दी। इस पर मंत्री ओपी धनखड़ में डेलीगेशन के सामने कहा कि उन्हें अपने बेटे के व्यवहार पर खेद है। वह उसकी तरफ से माफी मांगते हैं। उन्हें इस मामले में अपने बेटे की संलिप्तता के बारे में नहीं पता था। यदि उन्हें पहले पता होता तो वह ऐसा कभी नहीं करने देते। इसके साथ ही उन्होंने डेलीगेशन को आश्वस्त किया कि गांव के लोगों की इच्छा के विरुद्ध कोई काम नहीं होने दिया जाएगा। भविष्य में इस मामले में उनके परिवार की तरफ से कोई हस्तक्षेप भी नहीं होगा। जल्द ही वह सतनाली क्षेत्र में आएंगे, सभी से मिलेंगे। सांसद चौधरी धर्मवीर ने भी लोगों को विश्वास दिलाया कि भविष्य में सतनाली के लोगों के मान-सम्मान में कोई कमी नहीं आने दी जाएगी।

उल्लेखनीय है कि सतनाली रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर दो के निर्माण का कार्य झज्जर की र्डडी कंस्ट्रक्शन कंपनी को रेलवे ठेका दिया था। ग्रामीण 6 जनवरी को इस निर्माण कार्य का विरोध कर रहे थे। रेलवे स्टेशन के बाहर आयोजित बैठक के दौरान सतनाली सरपंच प्रतिनिधि उदय सिंह शेखावत को फोन पर धमकी मिली थी। धमकी देने वाले ने खुद को कृषि मंत्री ओम प्रकाश धनखड़ का बेटा बताते हुए विरोध समाप्त करने को कहा था। यह मामला तूल पकड़ गया था। आरोपी मंत्री के कथित बेटे के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने की मांग पर सोमवार को सतनाली थाने में लगभग 7 घंटे तक क्षेत्रवासियों ने धरना दिया था। जिसके बाद थाने में पहुंचकर एसपी कमलजीत गोयल ने डीडीआर दर्ज कराई और बताया था कि मामला मुख्यमंत्री के संज्ञान में है।