दुष्यंत चौटाला के निष्कासन के विरोध में पार्टी के पदाधिकारियों ने दिया इस्तीफा (VIDEO)

11/3/2018 12:19:40 PM

पंचकूला(उमंग श्योराण): इनेलो पार्टी से दुष्यंत चौटाला व दिग्विजय सिह चौटाला को निकाले जाने के विरोध में पंचकूला नगर निगम के पूर्व कार्यकारी अधिकारी ओपी सिंह और इंडियन नेशनल लोकदल किसान सेल के पूर्व महासचिव दिलबाग सिंह नैन ने अपना नया राजनीतिक फैसला सुनाया है। 

जिसमें उन्होंने कहा कि दुष्यंत चौटाला के निष्कासन के विरोध में उन्होंने इनेलो पार्टी छोड़ दी है। साथ ही उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अपनी नई राजनीतिक कार्यप्रणाली के बारे में खुलासा किया। उन्होंने दुष्यंत चौटाला के हाथ पंचकूला में मजबूत करने के लिए किए जाने वाले प्रयासों के बारे में भी जानकारी दी।

सोनीपत(पवन राठी): दुष्यंत चौटाला और दिग्विजय चौटाला के पार्टी से निष्काषित करने पर खलबली मच गई है। जिसके बाद इनसो के पदाधिकारियों ने इस्तीफा देना शुरू कर दिया है। सोनीपत से इनसो के जिला प्रधान ने में मीडिया को जानकारी देते हुए कहा कि सोनीपत से इनसो के सभी सदस्यों ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उनका कहना है कि दुष्यंत और दिग्विजय के साथ जो भी हुआ वह गलत है।

लिखा गया पत्र
नमस्कार दोस्तों
हमारी पार्टी इनैलो में 7 अक्टूबर से चल रहा घमासान कल श्री दुष्यन्त चौटाला जी व दिग्विजय जी के निष्कासन से और तेज हो गया। मैं दूसरे राजनीतिक दलों में रहते हुए भी चौधरी देवीलाल जी की नीतियों में अपनी आस्था रखता था और हमेशा रखुंगा। माननीय चौधरी ओमप्रकाश चौटाला जी का सदा दिल से सम्मान किया है और करता रहूंगा। जब मेरी धर्मपत्नी पदमा सिंगला जी कि जिलापरिषद जींद की प्रधान हैं को भाजपा की सरकार काम नही करने दे रही थी तो युवा सांसद दुष्यंत चौटाला ने बिना शर्त हमें समर्थन देकर जिला जींद के विकास में अपनी सार्थक भूमिका अदा की थी।

उन्होंने ही बाद में हमें इनैलो में शामिल होने का न्योता दिया व बड़े साहब से मिलने के लिए कहा। बड़े साहब ने मेरे परिवार के साथ अपने पुराने सम्बन्धों के बारे में खूब चर्चा की व मुझे कहा कि बेटा तेरे मान सम्मान का मैं पूरा ध्यान रखुंगा और चौधरी अभय चौटाला को हमे पार्टी जॉइन करवाने के लिए 17 मई को पिल्लूखेड़ा भेजा। वो हमारे परिवार के लिए हमेशा यादगार रहेगा हमारे लिए वो बड़े गर्वित क्षण थे। पूरे इनैलो परिवार व चौटाला साहब के परिवार ने मुझे पूरा मान सम्मान भी दिया। लेकिन हम ये नही भूल सकते कि यह सारी कवायद श्री दुष्यन्त चौटाला ने ही की थी उन्होंने बिना शर्त हमें समर्थन दिया था।

मेरी और मेरी धर्मपत्नी को हमारी उम्र व कद व पद के अनुसार पूरा मान सम्मान भी दिया। मुझे ये कहने में कोई संकोच नही कि पता नही विधाता क्या खेल रच रहा है। राजनीतिक भविष्य क्या होगा। मैं भी 7 तारीख की रैली में था वहां नेताओं के भाषण के दौरान नारेबाजी भी हुई व्यवधान भी पड़ा लेकिन उस सब के लिए दुष्यन्त और दिग्विजय को ही दोष दे दिया जाए मेरे हिसाब से न्यायसंगत नही है। हम इन दोनों के निष्कासन को उचित नही मानते हैं

चाहते तो थे कि कोई हल निकल जाता क्योंकि अबकी बार सरकार बनने की प्रबल सम्भावनाएं बनी हुई थी। लेकिन ऐसा हो न सका। मन बहुत दुःखी है।हम चौधरी देवीलाल जी के चरणों मे नमन करते हुए व चौधरी ओमप्रकाश चौटाला जी का ह्रदय से सम्मान करते हुए युवा सांसद अजीज श्री दुष्यन्त चौटाला जी को अपना पूर्ण समर्थन देते हैं। जहां दुष्यन्त वहां हम। विनोद सिंगला हल्का सफीदों व पदमा सिंगला प्रधान जिला परिषद जींद।

 


 

Rakhi Yadav