NHM के हक में उतरे विपक्षी दल, कहा- न्याय के लिए उठी हर आवाज दबा देती है भाजपा

12/12/2017 11:16:04 AM

चंडीगढ़(बंसल): हरियाणा के विपक्षी दलों इनेलो तथा कांग्रेस ने एन.एच.एम. कर्मियों की बर्खास्तगी के निर्णय पर भारी विरोध जताया है। विपक्षी दलों का कहना है कि भाजपा सरकार रोजगार तो दे नहीं सकती, छीन जरूर सकती है। विपक्ष के नेताओं ने कर्मचारियों की बर्खास्तगी के निर्णय की निंदा की। उन्होंने कहा कि एक तरफ तो सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी द्वारा इन कर्मचारियों को आगे बातचीत करने का भरोसा दिलाया गया था और वहीं दूसरी तरफ उनको बर्खास्तगी के आदेश जारी कर दिए गए। 

उन्होंने कहा कि जिस प्रकार इस पूरे मामले में कभी बातचीत और कभी इस प्रकार का तानाशाही रवैया अपनाया गया है, उससे ऐसा लगता है कि भाजपा सरकार में गहरा वैचारिक मतभेद है। इससे जनता में यह संदेश जाता है कि भाजपा हर उस आवाज को कुचलना चाहती है जो न्याय की मांग में उठती है। एक प्रजातांत्रित और सभ्य समाज में बातचीत व संवाद के दरवाजे कभी भी बंद नहीं किए जाते। परंतु भाजपा द्वारा की गई कार्रवाई से यह स्पष्ट हो गया है कि सरकार न केवल तानाशाह है, बल्कि वह कर्मचारियों के प्रति संवेदनहीन भी है।

सुरजेवाला ने दी सरकार को नौकरी बर्खास्त ब्रिगेड की संज्ञा
कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि भाजपा सरकार ने 10000 एन.एच.एम. कर्मियों की बर्खास्तगी का निर्णय लेकर उनके रोटी छीनने का काम किया है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार के 3 वर्ष के कार्यकाल के दौरान नौकरियां तो 6000 लोगों को दी गई, लेकिन करीब 40,000 कर्मचारियों को बर्खास्त भी किया गया और इतना ही नहीं, करीब 27000 कर्मचारी रिटायर हो गए। उन्होंने भाजपा सरकार को नौकरी बर्खास्त ब्रिगेड की संज्ञा देते हुए कहा कि क्या यही अच्छे दिन हैं।