लोस चुनाव: 90 विस सीटों में 79 पर BJP, 10 पर कांग्रेस और मात्र 1 पर JJP रही आगे

5/24/2019 6:39:30 PM

डेस्क: लोकसभा चुनाव खत्म होने के बाद देश में एक बार फिर से मोदी सरकार बनने जा रही है। 17वीं लोकसभा में भारतीय जनता पार्टी की जीत ऐतिहासिक है, ऐसा बहुमत भाजपा पहले कभी हासिल नहीं कर सकी। वहीं हरियाणा में भी इस बार भाजपा ने क्षेत्रीय दलों को बुरी तरीके से रौंदा है। ऐसा पहली बार हुआ है कि प्रदेश की दस की दस लोकसभा सीटों पर जबरदस्त मार्जिन के  साथ अकेले भाजपा ने जीत हासिल की हो। एक रोहतक सीट छोड़कर बाकी सभी सीटों पर भाजपा की जीत का अंतर लाखों की गिनती में रहा।

अगर विधानसभा सीटों के आधार पर लोकसभा उम्मीदवारों को मिले वोटों के आंकड़ों की बात की जाए तो यह जानना आपके लिए जरूरी है कि भाजपा प्रदेश में दस लोकसभा सीट पर जीत हासिल की है, लेकिन 90 विधानसभा सीटों के आधार पर मिली जीत व लीडिंग में भाजपा केवल 79 सीटों पर जीती, वहीं 10 सीटों पर कांग्रेस ने लीडिंग दर्ज की। बाकी बची एक सीट पर दुष्यंत चौटाला ने लीड दर्ज की, वह सीट है हिसार लोकसभा क्षेत्र में आने वाली नारनौंद विधानसभा, जहां से कैप्टन अभिमन्यु विधायक हैं।

अंबाला की नौ विधानसभा सीटों पर भाजपा की एक तरफा जीत हुई। कुरुक्षेत्र में पिछली बार 3 सीटों पर पिछड़ी भाजपा इस बार नौ की नौ सीटो पर विजयी हुई। यहां कैथल से विधायक रणदीप सुरजेवाला के क्षेत्र में भाजपा को 88045 वोट मिले व जीत का अंतर 55183 वोटों का रहा।

करनाल के पानीपत ग्रामीण सीट पर भाजपा को सबसे ज्यादा लीड मिली, यहां भाजपा को 121343 वोट और अंतर 92338 वोट का रहा।

सोनीपत लोकसभा क्षेत्र जो हुड्डा का गढ़ माना जाता है, यहां भूपेन्द्र सिंह हुड्डा सिर्फ बरौदा में 16748 व खरखौदा में 7314 वोटों से आगे रह पाए, बाकि विस सीटों पर भाजपा आगे रही।
हिसार लोकसभा में दुष्यंत चौटाला सिर्फ कैप्टन अभिमन्यु के हलके नारनौंद में 56007 वोट लेकर 3030 वोट से आगे रहे। सिरसा लोकसभा क्षेत्र जहां केवल एक विधायक सीट टोहाना से भाजपा के विधायक सुभाष बराला हैं, वहां सभी 9 सीटों पर भाजपा को लीड मिली। 

भिवानी-महेंद्रगढ़ लोकसभा सीट जो किरण चौधरी की इलाका माना जाता रहा है, यहां उनकी बेटी श्रुति चौधरी को एक भी सीट पर लीड नहीं मिली।


रोहतक लोकसभा सीट पर कांटें की टक्कर देकर 5 विधानसभा क्षेत्रों महम, गढ़ी सांपला-किलोई, बादली, झज्जर व बेरी में लीड में रहते हुए भी हार का सामन करना पड़ा। इसी प्रकार, गुडग़ांव में राव इंद्रजीत को पिछली बार की तरह ही इस बार भी 6 सीटों पर ही लीड मिली। वहीं फरीदाबाद में कांग्रेस को उनके तीन विधायकों के क्षेत्र से भी हार का सामना करना पड़ा।

Shivam