मंडी में पहुंची धान को नहीं मिल रहा भाव, नमी और कम पके दानों के कारण नहीं मिल रहा उचित मूल्य

10/6/2019 2:14:34 PM

पानीपत (राजेश): जिला की मंडियों में धान की आवक जोरों पर है और अब तक करीब 15 हजार किं्वटल धान मंडी में आ चुका है, जो सरकारी एजैंसियों द्वारा साथ ही खरीदा भी जा रहा है।  प्रतिदिन की आवक को देखते हुए इस साल मंडियों में धान की रिकार्ड आवक होने का अनुमान है जो गत वर्ष के आंकड़े को पार कर सकती है लेकिन किसानों को उनकी मेहनत के मुताबिक रेट नहीं मिल रहाहै। जिला कृषि अधिकारी मुताबिक इस बार धान 1509 की आवक बहुत ज्यादा है और यह पूसा-1121 का उन्नत वर्जन है।

पूसा-1121 में किसानों के लिए कुछ दिक्कत आती है, इनमें ऊंचाई अधिक होती थी, पनीरी बिजाई से लेकर कटने तक 145 से 150 दिन में पकती थी, कटने पर एक रात खेत में रह गई तो 15 से 20 फीसदी खेत में ही झड़ जाती थी।  इससे नुक्सान होता था। उनका कहना है कि इस धान की किस्म की रोपाई का सही समय 20 से 28 जुलाई के बीच होता है। खास बात यह है कि इन दिनों में बारिश अच्छी होती है और धान को पानी मिल जाता है।  यह किस्म बौनी है, लॉंजिग का कम खतरा है।

सुगंध पूरी है, चावल सुंदर है।  रोपाई के बाद 85 से 90 दिन में पक जाती है। अब तक की किस्मों से अधिक उत्पादन, खाद व पानी की कम लागत, बासमती एरिया में कम दिन की वैरायटी है। किसान अब इस धान का बीज मांग रहे हैं, क्योंकि उत्पादन अधिक है।

Isha