हरियाणा: मार्केट कमेटी में हुआ धान खरीद घोटाला, सचिव सहित 29 के खिलाफ मामला दर्ज

11/7/2020 3:03:29 PM

करनाल (केसी आर्या): हरियाणा में एक के बाद एक घोटाले सामने आ रहे हैं। अब नया घोटाला करनाल में सामने आया है, यहां मार्केट कमेटी में धान खरीद घोटाला हुआ है। मार्केट कमेटी के सचिव सहित 29 के खिलाफ करोड़ों के फर्जी गेट पास काटने के आरोप में सिटी थाना पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है। इस मामले की पुलिस गंभीरता से जांच कर रही है। 



जिला खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के इंस्पेक्टर समीर वशिष्ठ ने मार्केट कमेटी करनाल के सचिव सुंदर सिंह और उनके सहयोगी तथा कई आढ़तियों के खिलाफ संगीन धाराओं 120-बी, 420, 467, 468 और 471 में मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस को दी गई शिकायत में बताया कि उन्होंने विगत दिनों नई अनाज मंडी करनाल में जब जांच की तो पाया गया कि मार्केट कमेटी करनाल द्वारा लगभग 25 हजार क्विंटल धान के फर्जी गेट पास काटे गए हैं। 

यह मामला करनाल के एसडीएम आईएएस अधिकारी आयुष सिंहा के संज्ञान में आने के बाद कार्रवाई की गई है। इधर, इस मामले के प्रकाश में आने के बाद मार्केट कमेटी करनाल और इस घोटाले के आरोपियों में खलबली मच गई है। बताया जा रहा है कि प्रशासन द्वारा यह कार्रवाई पूरी तरह से अमल में लाए जाने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं। 



आरोप है कि सुंदर सिंह ने अपने पद की गरिमा को तार-तार करते हुए अपने स्तर पर धान खरीद से पहले लगभग 10 से 12 प्राइवेट कर्मचारियों को ड्यूटी पर तैनात किया था। बताया जा रहा है कि सुंदर सिंह के पास ऑनलाइन गेट पास काटने का पासवर्ड और संबंधित पिन कोड थे, जिसका गैर जिम्मेदाराना से इस्तमाल किया गया और यह फर्जीवाड़ा कर दिया गया। इस पूरे मामले की जांच को और तेज करते हुए यमुना बेल्ट के आसपास के गांव के किसानों के खेतों में कौन-कौन सी फसल लगाई गई थी, इसकी भी जांच की जा रही है। 

किसानों की जमीनों की फसलों को धान की फसल दिखाकर फर्जी गेट पास काटे
सूत्रों के मुताबिक मार्केट में ऐसे किसानों की जमीनों की फसलों को धान की फसल दिखाकर फर्जी गेट पास काट दिए गए। इस मामले को लेकर पूरी चर्चा है कि जिन किसानों की जमीनों पर मक्का, गन्ना व आश्रय फसल लगी हुई थी, उन फसलों को धान की फसलें दिखाकर उन्हीं के नाम से फर्जी गेट पास काटकर बड़े सर पर धान खरीद का घोटाला कर दिया गया है। इसमें मंडी के कई आढ़तियों और राइस मिलरस के भी नाम सामने आने वाले हैं। बताया जा रहा है कि बड़े स्तर पर मिलीभगत करके इस कांड को अंजाम दिया गया है।



कुछ और मंडी भी संदेह के घेरे में
गौरतलब है कि इसमें कुछ और मंडी भी संदेह के घेरे में है। इसके अलावा मोदीपुर गांव में खोले गए परचेज सेंटर में भी तीन चार दिन में पचास हजार क्विंटल से भी अधिक धान की खरीद की गई है। इस धान खरीद का मामला भी जांच का विषय बना हुआ है और इसकी भी जांच शुरू हो गई है। इन मंडियों और परचेज सेंटर के अलावा घीड़ की मंडी भी जांच में शामिल की जा सकती है। मामला बेहद गंभीर हो चुका है और सरकार के निर्देशों पर सख्त कार्रवाई करने के संकेत मिले हैं। इस मामले में एसडीम करनाल का कहना है कि पूरे मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है और जो भी लोग दोषी पाए जाएंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

vinod kumar