पदम् श्री गूंगा पहलवान को होना पड़ा निराश, बोले- पूरा अधिकार दो नहीं तो नौकरी भी वापिस ले लो

11/22/2021 10:47:37 PM

डेस्क: हाल ही में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा पदम् श्री अवार्ड से नवाजे गए वीरेन्द्र सिंह गूंगा पहलवान को निराश होना पड़ा है। उन्होंने हरियाणा सरकार की खेल नीति पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि उन्हें पूरा अधिकार मिलना चाहिए नहीं तो उनको दी गई जूनियर कोच की नौकरी भी वापिस ले ली जाए। गूंगा पहलवान ने अपनी बात फेसबुक पोस्ट के जरिए सांझा की है।

गूंगा पहलवान ने फेसबुक पोस्ट में लिखा, 'आज खेल डायरेक्टर से मिला उन्होंने स्पष्ट कह दिया,वर्ष 2016, 2017 का ना तो केश अवार्ड दिया जाएगा और न ही नौकरी,आप कोर्ट जा सकते है ,मैं भी स्पष्ट रूप में कहता हूँ, या तो मुझे पूरे अधिकार मिलने चाहिए, नही तो मेरी जूनियर कोच की नौकरी भी वापिस ली जाए, मैं तब भी देश के लिए खेलूँगा!'



बता दें कि पदम् श्री अवार्ड से नवाजे जाने के दूसरे दिन (10 नवंबर को) ही गूंगा पहलवान नई दिल्ली में हरियाणा भवन के बाहर धरने पर बैठ गए थे। उनकी मांग है कि प्रदेश सरकार से मूक-बधिर खिलाड़ियों को पैरा खिलाड़ियों को समान अधिकार दिया जाए।

मुख्यमंत्री मनोहर को भी कह चुके हैं अपनी बात
प्रदेश के मशहूर गूंगा पहलवान इससे पहले अपनी बात ट्विटर के माध्यम से हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल के समक्ष रख चुके हैं। उन्होंने लिखा कि जब केन्द्र सरकार पैरा खिलाड़ियों के समान अधिकार देती है तो प्रदेश सरकार उनको समान अधिकार क्यों नहीं देती?

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Content Writer

Shivam