भारतीय रेलवे के 10 कोचों पर कब्जा जमाए बैठा पाकिस्तान

7/10/2022 9:46:07 AM

अम्बाला छावनी: 1976 में भारत-पाक में समझौता होने के बाद समझौता एक्सप्रैस को भारत-पाकिस्तान के बीच चलाया गया था। साल 2019 में ट्रेन बंद हो गई और तभी से भारतीय रेलवे के 10 कोच पाकिस्तान के पास हैं, जोकि पाकिस्तान भारतीय रेलवे के कोच पाकिस्तान में धड़ल्ले से चला रहा है। भारत सरकार द्वारा कोच वापस करने की मांग पर भी वह कोच वापस करने को अभी तक तैयार नहीं हो रहा। 

भारत-पाकिस्तान में हुआ समझौता 


भारत-पाकिस्तान के बीच 22 जुलाई 1976 को समझौते के तहत समझौता एक्सप्रैस अमृतसर-लाहौर के बीच में चलाई गई थी, लेकिन 1994 से इस गाड़ी को अटारी से लाहौर के बीच चलाया जाना शुरू कर दिया। समझौता एक्सप्रैस को चलाने के पीछे पाकिस्तान के लोग व भारत के लोग आपस में अपने-अपने लोगों को मिलते रहें, दोनों देशों के रिश्ते आपस में मधुर बने रहे, इसलिए इस गाड़ी को समझौते के तहत चलाया जा रहा था। लेकिन पाकिस्तान को समझौते के तहत यह भी रास नहीं आया। भारतीय रेलवे में 2019 को समझौता एक्सप्रैस गाड़ी जब 7 अगस्त को अमृतसर से अटारी के लिए रवाना किया था। इस दौरान भारत ने कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटा दिया था। पाकिस्तान से यह सहन नहीं हो सका अनुच्छेद 370 हटाए जाने के कारण पाकिस्तान ने इस समझौते को तोड़ दिया व समझौता एक्सप्रैस को बंद कर दिया।

                                                                                                              
सप्ताह में 2 दिन चलती थी ट्रेन 


1994 से पहले यह गाड़ी रोजाना चला करती थी, लेकिन 1994 में इस गाड़ी को सप्ताह में 2 दिन चलाना शुरू किया। पाकिस्तान से यह गाड़ी सोमवार एवं गुरुवार जबकि अटारी से यह गाड़ी बुधवार एवं रविवार चला करती थी। दोनों देशों के व्यापार में समझौता एक्सप्रैस एक मुख्य साधन था। इस ट्रेन के जरिए भारत-पाकिस्तान के बीच खाद एवं अन्य कई तरह का व्यापार किया जाता था। इस ट्रेन के माध्यम से बहुत सामान पाकिस्तान ले जाया व लाया जाता था, जोकि दोनों देशों के व्यापार में एक मुख्य साधन था।


4 घंटे 10 मिनट का सफर 

समझौता एक्सप्रैस अटारी से लाहौर जाने के लिए 27 किलोमीटर के सफर को 4 घंटे 10 मिनट में तय करती थी। यह गाड़ी 6 किलोमीटर घंटे की रफ्तार से चलाई जाती थी। समझौता एक्सप्रैस 2019 में अटारी से लाहौर के लिए रवाना हुई तो अनुच्छेद 370 हटाए जाने से परेशान होकर समझौता एक्सप्रैस को पाकिस्तान ने बंद कर दिया और भारतीय रेलवे के 10 कोच वापस नहीं किए। भारतीय कोचों पर पाकिस्तान सांप की तरह कुंडली मारकर बैठा हुआ है, वह भारतीय रेलवे के कोचों को पाकिस्तान में इस्तेमाल कर रहा है। भारत सरकार द्वारा 2020 में पाकिस्तान में भारतीय रेलवे के कोच वापस करने के लिए पाकिस्तान को लिखा पत्र, लेकिन पाकिस्तान ने भारत सरकार द्वारा भेजे गए पत्र पर कोई भी संज्ञान नहीं लिया और न ही भारत सरकार द्वारा भेजे गए पत्र का कोई जवाब दिया। उल्टा पाकिस्तान भारतीय रेलवे के कोचों को पाकिस्तान में अपने यात्रियों के लिए बेशर्मी से चला रहा है। 

Content Writer

Isha