पंचकूला हिंसा मामला : जेल में बंद 15 डेरा प्रेमियों को 56 दिन बाद मिला इलाज

10/22/2017 10:25:11 AM

अंबाला(कमलप्रीत सभ्रवाल): 25 अगस्त को पंचकूला में हुई हिंसा के बाद से अंबाला सैंट्रल जेल में बंद डेरा प्रेमियों को जेल अस्पताल में उचित इलाज नहीं मिल रहा था। गत दिनों जेल में बंद पानीपत निवासी एवं डेराप्रेमी श्याम लाल ने जेल अस्पताल में पर्याप्त इलाज न मिलने की सूरत में शिकायत पत्र लिख हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। इसके बाद जेल प्रशासन हरकत में आया और करीब 56 दिन बाद 15 घायल डेरा प्रेमियों को कड़ी सुरक्षा के बीच अंबाला शहर के सिविल अस्पताल लाया गया। अंबाला सैंट्रल जेल के इंचार्ज सब-इंस्पैक्टर रामकुमार ने बताया कि श्याम लाल के साथ एक अन्य को एमरजैंसी वार्ड में दाखिल करवाया, जहां से डाक्टर ने एक डेराप्रेमी की नाजुक हालत को देखते हुए उसे पी.जी.आई. चंडीगढ़ रैफर कर दिया। वहीं, अन्य का एक्स-रे कर उन्हें वापस भेज दिया गया। इस दौरान अस्पताल में घायलों के परिजन भी हालचाल पूछने के लिए मौजूद रहे। बता दें कि इस समय अंबाला सैंट्रल जेल में करीब 450 डेरा प्रेमी बंदी हैं।

हिंसक घटना में हुई थी 40 की मौत
गौरतलब है कि गत 25 अगस्त को पंचकूला में सी.बी.आई. कोर्ट ने डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को साध्वी यौन शोषण मामले में दोषी करार दिया था तो पंचकूला में हिंसा भड़क गई थी। इस दौरान करीब 40 लोगों की मौत हुई थी जबकि सैंकड़ों लोग घालय हो गए थे। हिंसा भड़काने के आरोप में 20 से अधिक लोगों को मौके पर ही गिरफ्तार कर अम्बाला सैंट्रल जेल लाया गया था।

‘आर्थोपैडिक डॉक्टर की एडवाइज पर करवाया एक्स-रे’
अम्बाला शहर के सिविल सर्जन डा. विनोद गुप्ता ने कहा कि 15 डेरा समर्थकों का एक्स-रे करवाया गया है, इन्हें फ्रैक्चर था। आर्थोपैडिक डॉक्टर ने एडवाइज किया था कि इनके एक्स-रे दोबारा करवाए जाएं। इनकी रिपोर्ट जेल प्रशासन को भेज दी जाएगी। 

इन कैदियों का करवाया इलाज
जेल प्रशासन द्वारा केहर सिंह, हरदीप सिंह, कपूर सिंह, लीला राम, मुख्यतार सिंह, बंता सिंह, मोहिंद्र सिंह, बृजेंद्र सिंह, भगीरथ, ओमवीर, भय सिंह, कृष्ण, लाभ सिंह, संदीप, जयभगवान व वकील आदि का शहर सिविल अस्पताल में इलाज करवाया गया।

डेरा प्रेमियों व जेल अधिकारियों ने नहीं खोला मुंह
खास बात ये रही कि इस दौरान डेरा प्रेमियों ने बार-बार मीडिया के पूछने पर भी मुंह नहीं खोला और चुपचाप मैडीकल के लिए अस्पताल के अंदर चले गए। डेरा प्रेमियों को मैडीकल के लिए लाए जेल अधिकारी भी कुछ भी कहने से बचते रहे।