पंचकूला हिंसा : उठने लगा पर्दा, हरियाणा-पंजाब में चल रहे तंज

9/1/2017 8:30:27 AM

सिरसा (संजय अरोड़ा):डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह को दोषी करार दिए जाने के बाद पंचकूला में डेरा श्रद्धालुओं द्वारा की गई हिंसा के बाद अब चल रही जांच में धीरे-धीरे रहस्यों से पर्दा हटना शुरू हो गया है। पंचकूला में हुई हिंसा के बाद पंजाब व हरियाणा के राजनेता भी एक-दूसरे पर तंज कसते नजर आए। जहां पंजाब सरकार प्रदेश में हिंसा में काबू पाने के नाम पर अपनी वाहवाही करती नजर आई तो हरियाणा सरकार के प्रतिनिधियों ने सफाई दी कि कोर्ट और डेरा हरियाणा में था। केंद्र की ओर से पंजाब को सुरक्षा के लिए अधिक कम्पनियां दी गई। कम कम्पनी होने के बावजूद हरियाणा ने पंचकूला हिंसा पर जल्द काबू पा लिया। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने कहा था कि जो हिंसा हुई उससे निपटने में हरियाणा सरकार फेल रही, जबकि हमने पंजाब में कानून व्यवस्था की स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में रखी। 

कैप्टन के इस बयान पर हरियाणा के कई भाजपा नेताओं ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि हरियाणा में पंजाब की तुलना में इस मामले में अधिक खतरा होने के बावजूद भी सरकार स्थिति से निपटने व उसे बहुत जल्द नियंत्रित करने में पूरी तरह कामयाब रही है और जब पंचकूला से जमा लोगों को सुरक्षा बलों ने बाहर निकाला था तो पंजाब पुलिस ने जीरकपुर में नाका लगाकर पंजाब के लोगों को घर जाने से रोका। बाद में हरियाणा की ओर से बसों का प्रबंध करके अम्बाला पहुंचाया।

पंजाब से कम फोर्स थी हरियाणा के पास
कोर्ट का फैसला आने से पहले ही प्रदेश सरकार की ओर से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम कर लिए थे, मगर फिर भी हरियाणा में अधिक खतरा होने के बावजूद पंजाब की तुलना में सेना की तैनाती कम थी। पंजाब में सेना की 75 कंपनियां तैनात थी, जबकि हरियाणा में 35। इस तरह से डेरा सच्चा सौदा का मुख्यालय हरियाणा के सिरसा जिला में है और सी.बी.आई. की विशेष अदालत भी हरियाणा के पंचकुला में है और डेरा से पंचकुला आने वाले सभी रास्ते भी हरियाणा से होकर आते हैं। ऐसे में हरियाणा में अतिरिक्त कंपनियों की आवश्यकता जरुर थी।

मृतकों में हरियाणा के 13, पंजाब के 12
25 अगस्त को पंचकूला में हुई हिंसा के दौरान कुल 32 लोगों की मौत हुई, जिनमें से 13 लोग हरियाणा से थे, जबकि पंजाब के 12 लोगों की मृत्यु हुई। मरने वालों में राजस्थान व दिल्ली के 1-1 व 5 मृतकों की पहचान नहीं हुई। सरकार का अनुमान है कि इन 5 लोगों के उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड या अन्य प्रदेश से संबंधित होने की संभावना है।

बराबर प्रेमी थे हरियाणा-पंजाब से
गुप्तचर विभाग की ओर से की जा रही जांच के बाद यह सामने आया है कि प्रेमियों की भीड़ केवल हरियाणा से ही नहीं थी, जबकि पंजाब व अन्य राज्यों से भी थी। ये बात भी सामने आयी है कि उस दिन कुल एक लाख प्रेमियों में से हरियाणा के 40 हजार व पंजाब से भी इतने ही प्रेमी थे। शेष उत्तरप्रदेश, दिल्ली, हिमाचल व अन्य राज्यों से थे।

अगले हफ्ते रिपोर्ट की उम्मीद
प्रदेश सरकार के गुप्तचर तंत्र के साथ-साथ प्रशासन व पुलिस रिपोर्ट तैयार करने में लगी है कि आखिर हिंसा की शुरुआत कैसे हुई। मीडिया के साथ-साथ अन्य लोगों के वाहन जलाने व भवनों को क्षतिग्रस्त करने की जांच चल रही है। इसकी रिपोर्ट अगले हफ्ते तैयार हो जाएगी। सरकारी सूत्रों के अनुसार इस हिंसा में पंचकूलावासी पूरी तरह से सुरक्षित रहे व यहां के लोगों का जान-माल का नुकसान बचाने में प्रशासन, पुलिस व सेना सफल रही।