जनता के लिए सिर दर्द बना PPP, इनकम अपडेट करवाने के लिए दफ्तरों के चक्कर काट रहे लोग

1/10/2023 3:09:09 PM

पानीपत(सचिन): परिवार पहचान पत्र में दर्ज इनकम के आधार पर हरियाणा में कई लोगों के बीपीएल कार्ड बनाए गए तो कई परिवारों के मौजूदा बीपीएल कार्ड को रद्द भी कर दिया गया है। इसलिए अब ऐसे परिवार पीपीपी में इनकम अपडेट करवाने के लिए परेशान हो रहे हैं। लोगों का कहना है कि वे बीपीएल राशन कार्ड के लिए पात्र हैं, जबकि पीपीपी का हवाला देते हुए उन्हें अयोग्य करार दिया गया है। लोगों ने बताया कि उन्हें परिवार पहचान पत्र में दर्ज जानकारी को दुरुस्त करवाने के लिए सरकारी कार्यालयों के चक्कर काटने पड़ रहे हैं। लोगों का आरोप है कि कोई भी उनकी मदद नहीं कर रहा है। वहीं मिनी सचिवालय वाले कहते हैं कि जहां से फैमिली आईडी बनवाई थी, वहां जाकर ठीक करवाओ। दूसरी ओर सीएससी सेंटर वाले यह कहकर अपना पीछा छुड़वा लेते हैं कि यह काम मिनी सचिवालय में ही होगा।

 

 

बीपीएल राशन कार्ड से नाम कटने पर फूट-फूटकर रोईं विधवा महिला

 

पीपीपी को अपडेट करवाने के लिए मिनी सचिवालय पहुंची एक महिला उस वक्त रो पड़ी, जब सुबह से दोपहर तक उसे बिल्डिंग में ऊपर-नीचे के चक्कर कटवाए गए। इसके बाद भी उसका काम नहीं हुआ। आखिर में महिला को यह कहकर भेज दिया गया कि आज यह काम नहीं हो सकता, कल आना। कल फिर ट्राई करेंगे। महिला ने रोते-बिलखते बताया कि वह विधवा है और उसके सास-ससुर भी अब इस दुनिया में नहीं है। महिला ने बताया कि उसका एक बेटा है, जिसे वह बीपीएल कार्ड के भरोसे ही पाल रही थी। वहीं अब बीपीएल कार्ड से नाम कटने पर उसका राशन भी बंद हो गया है। महिला ने बताया कि उसके सामने यह समस्या खड़ी हो गई है कि वह अपने बेटे का पेट कैसे भरे।

 

 

दफ्तरों के चक्कर काटने को मजबूर हुए लोग

 

वहीं वार्ड 2 से आई एक अन्य महिला ने कहा कि उसके परिवार पहचान पत्र में ढाई लाख रुपए इनकम दिखाई हुई है, जबकि वह दिहाड़ी करती है। उसका पैर भी टूटा हुआ है। ऑपरेशन के बाद से वह सही से चलने-फिरने में भी असमर्थ है। वहीं अब परिवार पहचान पत्र में इनकम ठीक करवाने के लिए उसे सरकारी दफ्तरों के चक्कर काटने पड़ रहे हैं। यही नहीं उसकी पेंशन भी नहीं बनी हुई है।

 

85 साल की बुजुर्ग की इनकम लाखों में दिखाई गई

 

गांव उग्राखेड़ी से आए मान सिंह सैनी ने बताया कि उनकी फैमिली आईडी में उनकी 85 वर्षीय माता की इनकम 6 लाख रुपए से 10 लाख के बीच दिखाई गई है। यही नहीं पीपीपी में परिवार के बच्चों की भी इनकम दिखाई गई है। उन्होंने बताया कि उनके परिवार में सिर्फ उनका बेटा ही कमाने वाला है। इसके बावजूद पीपीपी में बड़ी गलती करते हुए हर सदस्य की इनकम दिखाई हुई है। मान सिंह ने बताया कि वे पिछले 2 सप्ताह से पीपीपी में दर्ज आमदनी को ठीक करवाने के लिए लघु सचिवालय के चक्कर लगा रहे हैं। इसके बावजूद उनकी बात नहीं सुनी जा रही है।  

 

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Content Writer

Gourav Chouhan