परमिंदर ढुल ने भाजपा ज्वाईन करने के बाद बताई इनेलो छोडऩे की वजह

6/25/2019 8:10:55 PM

चंडीगढ़ (ब्यूरो): इनेलो पार्टी के जुलाना के विधायक रहे परमिंदर ढुल ने आज पार्टी को अलविदा कहते हुए विधायक के पद से भी इस्तीफा दे दिया। इसके बाद उन्होंने आज चंडीगढ़ में मुख्यमंत्री मनोहर की मौजूदगी में भाजपा का दामन थामा। उन्होंने एक पत्र के माध्यम से इनेलो को पार्टी छोडऩे की वजह बताई। ढुल द्वारा लिखा गया पत्र कुछ इस प्रकार है, जिसमें पार्टी छोडऩे के कारण स्पष्ट किए हैं।

'इंडियन नैशनल लोकदल से अलग होने का निर्णय आसान नहीं था लेकिन अक्टूबर 2018 के बाद लगातार परिस्थितियां इस प्रकार की बनती गई कि अत्यंत कठिन निर्णय लेने पर मजबूर होना पड़ा। कठिन परिस्थितियों में जिस इनेलो रूपी पौधे को सींच कर हम सभी ने बड़ा किया, उस पौधे से दूर होना आसान नहीं। इनेलो के समर्पित कार्यकर्ता के रूप में मैंने एवम मेरे परिवार ने हमेशा संगठन के विकास में अपना सर्वश्रेष्ठ दिया।

पर अब परिस्थितियाँ ऐसी हो गयी हैं कि रास्ते अलग करने के अलावा कोई रास्ता नहीं बचा। पार्टी के दो फाड़ होने के बाद मैने लगातार अपने विधानसभा क्षेत्र में जाकर कार्यकताओं से बात की और उनकी आशाओं को समझने का प्रयास किया। इस बीच जींद विधानसभा उपचुनाव के दौरान पार्टी के निराशाजनक प्रदर्शन ने कहीं न कहीं यह आभास दिया के मेरे क्षेत्र की जनता ने एक संगठन के रूप में इनेलो से विश्वास खो दिया है। 2009 में पार्टी की टिकट मिलने के बाद पार्टी को जुलाना में 17000 से 44000 तक एवं 2014 के अंदर 54000 तक लेकर जाने में मेरे समर्पित कार्यकर्ताओं का सर्वस्व लगा था। लेकिन गोहाना रैली के बाद हुए दुर्भाग्य पूर्ण घटनाक्रम ने उनकी आशाओं पर एवं मेरे विधानसभा क्षेत्र से रैली में गये हजारों लोकजनों के विश्वास को ठेस पंहुचाने का कार्य किया, जिसकी भरपाई होना असम्भव दिखता है। 

पार्टी कार्यकारिणी बदलाव के बाद भी मैंने विधानसभा क्षेत्र का दौरा किया, इसके बाद मेरे कार्यकताओ ने मुझे निर्देश दिया है कि मैं विधानसभा के मतदाताओं के हितानुसार जल्द निर्णय लूँ ताकि जुलाना को विकास के पथ पर ले जाया जा सके। आज मैंने विधानसभा अध्यक्ष श्री कंवरपाल जी को सदन की सदस्यता से अपना इस्तीफा सौंप दिया है।

अंत में उन्होंने लिखा, ''इनेलो के अंदर मिले असीम प्यार एवं सम्मान के लिए पार्टी के शीर्ष नेतृत्व का बहुत आभार एवं इनेलो के सभी समर्पित कार्यकर्ताओं को शुभकामनाएं। मैं अपना पथ अलग कर रहा हूँ लेकिन हमेशा की तरह मेरे निवास एवं कार्यालय के द्वार आप सबके लिए खुले रहेंगे एवं मैं यथासंभव आप सबके हित मे आगे तैयार मिलूंगा।''

Shivam